कथावाचक आचार्य इंद्रेश उपाध्याय अपने विवाह के बाद शनिवार शाम वृंदावन पहुंचे, जहां उन्हें भक्तों और अनुयायियों ने हर्षोल्लास के साथ स्वागत किया। आचार्य और उनकी दुल्हन के आगमन पर बैंड-बाजे की धुनें गूंजीं, पुष्पवर्षा की गई और आतिशबाजी के साथ उत्सव का माहौल बनाया गया।
आचार्य का विवाह जयपुर में भव्य तरीके से संपन्न हुआ था। समारोह में 101 ब्राह्मणों ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ विवाह संस्कार संपन्न कराया। इस अवसर पर संत-महात्मा, सामाजिक क्षेत्र की प्रमुख हस्तियां और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।