बिजनौर के हीमपुर दीपा थाना क्षेत्र के मुबारकपुर खादर गांव में शनिवार शाम एक परिवार त्रासदी का शिकार हुआ। 28 वर्षीय बाबूराम ने अपनी तीन वर्षीय बेटी हर्षिका और पांच वर्षीय बेटे दिव्यांशु को जहरीला पदार्थ खिलाया और खुद भी जहर निगल लिया। तीनों की मौके पर या अस्पताल में मौत हो गई।
विवाद के कारण हुई घटना
पुलिस के अनुसार बाबूराम और उसकी पत्नी के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था। शनिवार को भी उनका विवाद हुआ। इसके बाद बाबूराम ने बच्चों को बाल कटवाने के बहाने खेत में ले जाकर जहरीला पदार्थ दिया। दोनों मासूम बच्चे तड़पते हुए वहीं दम तोड़ गए। आसपास काम कर रहे ग्रामीणों ने बाबूराम को तड़पता देखा और परिजनों को सूचना दी। उन्हें चांदपुर अस्पताल ले जाया गया, जहां बाबूराम की भी मौत हो गई।
एएसपी देहात प्रकाश कुमार ने बताया कि विवाद के चलते युवक ने दोनों बच्चों को मारने के बाद खुद भी आत्महत्या कर ली। पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना कर शवों का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
पारिवारिक विवाद का असर
बाबूराम के पिता रामरतन ने बताया कि तीन दिसंबर को बाबूराम के साले की शादी थी। बाबूराम अपनी पत्नी और बच्चों को ससुराल छोड़कर खुद घर वापस आ गया था और शादी में शामिल नहीं हुआ। इसके बाद घर लौटते समय पत्नी के परिवार और बाबूराम के बीच विवाद हुआ, जो इस दुखद घटना का कारण बना।
परिवार और गांव में मातम
तीन मौतों से परिवार और गांव में मातम फैल गया। परिजन और ग्रामीण भावुक होकर रोते-बिलखते दिखे। मृतक के चचेरे भाई जयदेव ने बताया कि बाबूराम सब्जी बेचकर अपना गुजर-बसर करता था। ग्रामीणों ने कहा कि बाबूराम संवेदनशील और शांत स्वभाव का व्यक्ति था, लेकिन ससुराल पक्ष को लेकर नाराजगी ने उसे यह कदम उठाने पर मजबूर किया।