रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन गुरुवार शाम भारत पहुंचेंगे। दो दिन की इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच कई महत्वपूर्ण समझौते होने की संभावना है। पुतिन के साथ रूस के वरिष्ठ मंत्रियों के अलावा शीर्ष कारोबारी प्रतिनिधिमंडल भी आ रहा है, जिसमें रोसनेफ्ट के प्रमुख इगोर सेचिन भी शामिल हैं। सेचिन की उपस्थिति इसलिए खास मानी जा रही है क्योंकि रोसनेफ्ट का भारत में रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ गहरा व्यावसायिक जुड़ाव रहा है।

रिलायंस–रोसनेफ्ट के ऊर्जा संबंधों पर नई चुनौतियाँ

रूसी सरकारी तेल कंपनी रोसनेफ्ट और रिलायंस इंडस्ट्रीज के बीच 2024 में लगभग 5 लाख बैरल प्रतिदिन कच्चे तेल की खरीद का दस वर्षीय करार हुआ था। हाल के महीनों में भारत को मिलने वाले रियायती रूसी तेल का बड़ा हिस्सा रिलायंस ने खरीदा। पश्चिमी प्रतिबंधों के बीच यह सौदा भारत के लिए बेहद फायदेमंद भी साबित हुआ।

भारत के तेल आयात में रूस की हिस्सेदारी कभी बेहद कम थी, जो अब बढ़कर 40% से अधिक हो चुकी है। रूस इस समय भारत का सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता बन चुका है।

अमेरिका की कड़ी प्रतिक्रिया और बढ़ते प्रतिबंध

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस–यूक्रेन युद्ध के बीच भारत द्वारा रूसी तेल खरीदने को लेकर सख्त रुख अपनाया। ट्रंप का आरोप है कि भारत की खरीदारी से रूस को युद्ध की आर्थिक क्षमता मिल रही है। इसी कड़ी में अमेरिका ने रूसी तेल पर 25% अतिरिक्त शुल्क लगाया और कुछ सप्ताह पहले रोसनेफ्ट सहित रूस की प्रमुख ऊर्जा कंपनियों पर प्रतिबंध और कड़े कर दिए।

इन प्रतिबंधों के कारण भारतीय रिफाइनरियाँ दबाव में हैं और कई कंपनियों ने रूसी तेल खरीद में कटौती भी की है। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने भी संकेत दिया है कि 22 नवंबर के बाद आने वाले रूसी कच्चे तेल को वह केवल अपने घरेलू उत्पादन केंद्रित प्लांट में ही प्रोसेस करेगी।

पुतिन–मोदी वार्ता पर टिकी उद्योग जगत की नज़र

प्रतिबंधों के बावजूद रूस भारत के लिए महत्वपूर्ण ऊर्जा साझेदार बना हुआ है। यही वजह है कि रोसनेफ्ट के प्रमुख इगोर सेचिन भी पुतिन के साथ भारत यात्रा पर हैं। माना जा रहा है कि दोनों देशों के बीच ऊर्जा व्यापार को बनाए रखने और नए समाधान खोजने पर उच्चस्तरीय चर्चा होगी।

अमेरिकी दबाव बढ़ने से भारत का तेल आयात इस महीने तीन वर्षों के निचले स्तर पर पहुंच सकता है। इस परिस्थिति में पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुलाकात energy cooperation के भविष्य के लिहाज से निर्णायक मानी जा रही है।