भारतीय रिज़र्व बैंक ने तीन दिवसीय मौद्रिक समीक्षा बैठक के बाद शुक्रवार को रेपो दर में 25 आधार अंकों की कमी करने का फैसला किया। गवर्नर संजय मल्होत्रा ने प्रेस वार्ता में कहा कि हाल के महीनों में खुदरा महंगाई में लगातार आई गिरावट ने नीतिगत दर कम करने की गुंजाइश तैयार की है।
विशेषज्ञ पहले ही संकेत दे चुके थे कि विकास दर मजबूत रहने और मुद्रास्फीति के नरम पड़ने से केंद्रीय बैंक किसी न किसी स्तर पर राहत दे सकता है। फरवरी से अब तक आरबीआई तीन चरणों में कुल 1 प्रतिशत की कटौती कर चुका है। खुद गवर्नर ने भी पिछले महीने इशारा किया था कि ब्याज दरों में नरमी की संभावना बनी हुई है।
25 बेसिस प्वाइंट की कटौती का EMI पर असर
रेपो रेट में कमी का सीधा फायदा होम और कार लोन वालों को मिलेगा।
होम लोन का उदाहरण
अगर कोई ग्राहक 50 लाख रुपये का लोन 20 साल की अवधि के लिए 8.5% ब्याज पर चुका रहा है, तो कटौती से पहले उसकी EMI लगभग ₹43,391 होती है।
0.25% कमी के बाद ब्याज दर 8.25% हो जाती है, जिससे नई EMI ₹42,603 रह जाएगी।
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महीने में बचत: ₹788
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साल में कुल बचत: ₹9,456
कार लोन पर लाभ
5 लाख रुपये का कार लोन 12% ब्याज दर पर लेने वाले ग्राहक की वर्तमान EMI करीब ₹11,282 बनती है।
रेपो रेट कटने के बाद नई EMI ₹11,149 हो जाएगी।
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महीने की बचत: ₹133
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सालभर की बचत: ₹1,596