अभिनेता अजय देवगन की हाल ही में रिलीज हुई फिल्म ‘रनवे 34’ बॉक्स ऑफिस पर पहले ही दिन धराशाही हो गई थी। इस फिल्म में अजय ने अभिनय के साथ निर्देशन में भी अपना हाथ आजमाया है। हालांकि अजय देवगन की यह फिल्म पहले की गई कुछ फिल्मों से बेहतर है, जिन्हें अजय कभी दोहराना नहीं चाहते और उन्होंने सबके सामने ये माना भी है कि उन्हें इन फिल्मों का हिस्सा नहीं होना चाहिए था। अजय अकेले ही बॉलीवुड के ऐसे सितारे नहीं है, जिन्हें अपनी कुछ फिल्मों को करने का पछतावा है। इंडस्ट्री में कई ऐसे एक्टर है, जो सबके सामने ये बात मान चुके हैं कि उन्हें कुछ फिल्मों का हिस्सा नहीं होना चाहिए था। हालांकि कुछ ने मजबूरी में फिल्में की, तो कुछ को शूटिंग के दौरान ही पता चल गया था कि फिल्म कोई कमाल नहीं दिखा पाएगी। आज हम आपको ऐसे ही एक्टर्स के बारे में बताने जा रहे हैं।

शाहिद कपूरशाहिद कपूर की आलिया भट्ट के साथ आई फिल्म 'शानदार' (2015) यह बताती हैं कि बड़े सेट और गाने भी एक भयानक स्क्रिप्ट वाली फिल्म को नहीं बचा सकते हैं। जब शाहिद कपूर से पूछा गया कि वह किस फिल्म को लेकर अब सोचते हैं कि नहीं करनी चाहिए थी तो वो कौन सी फिल्म है। इस पर शाहिद ने कहा था कि इसमें पहले स्थान पर शानदार है। इसके अलावा मैं शायद 'चुप चुप के' और 'वाह!

सैफ अली खान'हमशकल्स' (2014) करने के बारे में सैफ अली खान ने खुद कहा था कि यह एक गलती थी। बताया जाता है कि सैफ ने एक इंटरव्यू में कहा था कि फिल्म में ऐसी कोई स्क्रिप्ट नहीं थी, यह सब साजिद के दिमाग में था। उन्होंने मुझसे जो कहा, मैंने किया। मैंने यह सोचकर फिल्म की थी कि इससे मुझे अपने बाजार का विस्तार करने में मदद मिलेगी, लेकिन जाहिर है, मैं गलत था। इसके आगे उन्होंने कहा कि फिल्म को देखकर मैंने खुद से पूछा कि मैं इसमें क्या कर रहा हूं। मुझे पता था कि मैंने अपने फैंस को निराश किया है। मैं 'हमशकल्स' जैसी गलती कभी नहीं दोहराऊंगा।

गोविंदा
अपनी फिल्म' किल दिल' (2014) के बारे में बात करते हुए, गोविंदा ने कहा कि उन्होंने किल दिल में भूमिका केवल इसलिए की क्योंकि उनके परिवार ने कहा कि उन्हें पीछे छोड़ दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मैंने अपनी पत्नी और अपने बच्चों से इसके बारे में पूछा। उन्होंने बहुत ईमानदारी से मुझसे कहा कि मेरे पास और कोई विकल्प नहीं है। मैं जिस तरह की भूमिकाएं करना चाहता था, वह मेरे रास्ते में नहीं आ रही थी और मुझे जिस तरह के प्रस्ताव मिल रहे थे, मैं उसके लिए उत्सुक नहीं था। मेरे परिवार ने मुझे प्रस्ताव लेने के लिए कहा, नहीं तो मैं पीछे रह जाऊंगा। इस फिल्म में गोविंदा ने विलेन का किरदार निभाया था और अपने अभिनय में वह बढ़िया थे। लेकिन स्क्रिप्ट काफी कमजोर थी, जिस वजह से यह फिल्म नहीं चली।विज्ञापन

अजय देवगन
अयज देवगन को भी साजिद खान की 'हिम्मतवाला' (2013) करने का पछतावा है। अपनी निराशा साझा करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें पहले से ही पता था कि यह फ्लॉप होगी। देवगन ने एक इंटरव्यू में कहा था कि मुझे शूटिंग के दौरान ही पता चल गया था कि फिल्म नहीं चलेगी। मैंने आज तक 'हिम्मतवाला' और 'रास्कल्स' नहीं देखी। मैंने सोचा था कि फिल्म (हिम्मतवाला) की शूटिंग उसी तरह की जाएगी जैसे वन्स अपॉन ए टाइम इन मुंबई को रेट्रो शैली में शूट किया गया था। साजिद ने क्या किया कि उन्होंने 80 के दशक की फिल्म ली और 80 के दशक के अंदाज में ही शूट की। 'हिम्मतवाला' अगर आज की स्टाइलिश और पंच लाइन में बनती तो काम करती लेकिन यह समय से पहले चली गई।

अभय देओल
देव डी और ओए लकी लकी ओए जैसी शानदार फिल्मों के बाद, बॉलीवुड अभिनेता अभय देओल को आयशा जैसी फिल्म में मुख्य भूमिका निभाते हुए देखकर हर कोई हैरान रह गया था। सिर्फ हमें ही नहीं, बल्कि अभय देओल को भी लगा कि 'आयशा' (2010) कहानी सुनाने में कम लेकिन कपड़ों के बारे में ज्यादा थी। अपने एक साक्षात्कार में, अभय देओल ने कहा कि वह कभी भी आयशा जैसी फिल्म का हिस्सा नहीं बनना चाहेंगे। उन्होंने कहा कि जब मैं शूटिंग कर रहा था, तो मुझे एहसास हुआ कि फिल्म वास्तविक अभिनय से ज्यादा कपड़ों के बारे में है। मैंने फिल्म की समीक्षाएं भी पढ़ी, जिसमें कपड़ों की प्रशंसा की गई थी।

इमरान हाशमी
इंडस्ट्री में ऐसे बहुत ही कम अभिनेता हैं, जो ये खुलकर बताते हैं कि उन्होंने अपनी फाइनेंशियल स्टेबिलिटी की फिल्म की, ऐसे अभिनेता हैं इमरान हाशमी। उन्होंने अपनी फिल्म 'गुड बॉय बैड बॉय' (2007) के बारे में बात करते हुए कहा कि कुछ फिल्में अपना किचन चलाने के लिए भी करनी पड़ती हैं'। उन्होंने आगे कहा कि 'गुड बॉय बैड बॉय' तो ऐसी फिल्म थी की किचन हमेशा के लिए बंद हो जाए।

कटरीना कैफ
अभिनेत्री कटरीना कैफ को भी अपनी पहली फिल्म 'बूम' (2003) में काम करने का पछतावा हुआ। इस फिल्म के बारे में बात करते हुए कटरीना ने कहा था कि यह एक बेहतरीन लॉन्चिंग पैड नहीं हो सकता है, लेकिन मुझे अमिताभ बच्चन जैसे दिग्गज के साथ काम करने का मौका मिला था। जब मैंने फिल्म साइन की तो मुझे भारतीय संस्कृति और परंपरा के बारे में पता नहीं था। अगर मुझे भारत के उस पहलू का पता होता तो मैं यह फिल्म नहीं करती। मैं दोबारा ऐसा कुछ नहीं करूंगी।

ट्विंकल खन्ना
'मेला' (2000) एक ऐसी फिल्म है, जिसे कोई याद नहीं रखना चाहता, यहां तक कि खुद ट्विंकल खन्ना भी नहीं। ट्विंकल खन्ना ने अपनी फिल्म मेला पर कई बार कटाक्ष किया है। एक बार उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा था कि कुछ चीजें, मुझे लगता है, समय की सीमा से परे होती हैं! मैं क्या कह सकती हूं कि मेला ने निश्चित रूप से मुझ पर और बाकी देश पर एक निशान छोड़ गई है। इसके अलावा करण जौहर के शो कॉफी विद करण में ट्विंकल ने मजाक करते हुुए कहा था कि 'मेला' को आज भी लोग उनकी एक्टिंग की वजह से याद करते हैं। वह जब उनसे एक बार सवाल किया गया कि क्या वह एक्टिंग दोबारा करेंगी, तो उन्होंने कहा था कि क्या आपने 'मेला' नहीं देखी?