कमल हासन की फिल्म ‘ठग लाइफ’ को लेकर उपजा विवाद अब देश की सर्वोच्च अदालत तक पहुंच गया है। सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक में फिल्म की रिलीज पर रोक और सिनेमाघरों को मिल रही कथित धमकियों को लेकर दायर याचिका पर राज्य सरकार से जवाब मांगा है।
जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा और जस्टिस मनमोहन की पीठ ने याचिकाकर्ता एम. महेश रेड्डी की याचिका पर सुनवाई करते हुए नोटिस जारी किया है। याचिका में फिल्म के प्रदर्शन पर कथित रोक को गैरकानूनी बताते हुए कहा गया है कि ‘ठग लाइफ’ को सेंसर बोर्ड से प्रमाणन मिल चुका है, इसके बावजूद राज्य में इसे सिनेमाघरों में दिखाने की अनुमति नहीं दी जा रही है।
फिल्म पर कोई आधिकारिक रोक नहीं
याचिकाकर्ता का कहना है कि फिल्म पर न तो कोई आधिकारिक प्रतिबंध लगाया गया है और न ही कोई प्राथमिकी दर्ज की गई है। यह कदम सिर्फ धमकियों के चलते उठाया गया है, जो संविधान के अनुच्छेद 19(1)(ए) के तहत प्राप्त अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का उल्लंघन है।
फिल्म की सुरक्षित स्क्रीनिंग की मांग
रेड्डी ने अदालत से यह भी अपील की है कि राज्य सरकार को निर्देश दिए जाएं कि वह सभी सिनेमाघरों और मल्टीप्लेक्सों में फिल्म के सुरक्षित प्रदर्शन के लिए सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करे।
कमल हासन के बयान से उपजा विवाद
बताया जा रहा है कि फिल्म पर विवाद की वजह अभिनेता कमल हासन द्वारा कन्नड़ भाषा को लेकर दिया गया एक बयान है, जिसमें उन्होंने कथित रूप से कहा था कि कन्नड़ भाषा तमिल से निकली है। इस बयान के बाद विवाद बढ़ा और फिल्म का विरोध शुरू हो गया। मामला पहले कर्नाटक हाईकोर्ट में गया और अब सुप्रीम कोर्ट पहुंचा है।
गौरतलब है कि ‘ठग लाइफ’ को 5 जून को देशभर में रिलीज किया गया था, और यह तेलुगु, हिंदी और मलयालम भाषाओं में भी प्रदर्शित हुई है।