पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान, जो 2023 से रावलपिंडी स्थित अदियाला जेल में सज़ा काट रहे हैं, एक बार फिर विवादों के केंद्र में हैं। लंबे समय से खान के समर्थक और परिजन आरोप लगाते रहे हैं कि उन्हें हिरासत में प्रताड़ित किया जा रहा है और परिवार को भी नियमित मुलाकात की अनुमति नहीं दी जा रही है। इसी बीच अफगानिस्तान सरकार की ओर से आया एक दावा पूरे मामले को और गर्मा रहा है।

अफगानिस्तान का दावा—जेल में हत्या की गई

अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने एक सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से सूत्रों के हवाले से कहा है कि इमरान खान की जेल में ही हत्या कर दी गई है। मंत्रालय ने आरोप लगाया कि पाकिस्तानी सेना के अंदर मौजूद सूत्रों ने यह जानकारी साझा की है और बताया कि कथित तौर पर करीब 17 दिन पहले उनकी “रहस्यमयी तरीके से मौत” हुई।

परिजनों को मुलाकात की अनुमति नहीं

दूसरी ओर, इमरान खान के परिवार का कहना है कि पिछले 23 दिनों से उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री से मिलने नहीं दिया गया है। मंगलवार को उनकी बहनें—नूरीन खान, अलीमा खान और उज्मा खान—अदियाला जेल के बाहर उनसे मिलने पहुंचीं, लेकिन उन्हें भीतर जाने की अनुमति नहीं मिली। इस दौरान पीटीआई समर्थकों ने भी जेल के बाहर प्रदर्शन किया और इमरान खान की स्वास्थ्य रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग उठाई।

प्रदर्शन के दौरान समर्थकों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई। परिवार ने आरोप लगाया कि पंजाब पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के साथ कठोरता बरती और उनकी बहनों को भी धक्का-मुक्की का सामना करना पड़ा।

पाकिस्तान ने लगाया आरोपों को खारिज

अफगानिस्तान के दावों को पाकिस्तान ने सिरे से नकार दिया है। सरकार का कहना है कि इमरान खान पूरी तरह सुरक्षित हैं और हत्या की खबरें “पूरी तरह झूठी और भ्रामक” हैं। पाकिस्तान ने यह भी कहा कि अफगानिस्तान का दावा शरारतपूर्ण है और उसका कोई तथ्यात्मक आधार नहीं है।

अदियाला जेल में इमरान खान की स्थिति पर बढ़ती आशंकाओं के बीच यह विवाद दक्षिण एशिया की राजनीति में एक नई हलचल पैदा कर रहा है।