बीजिंग। चीन ने मंगलवार को शेनझोउ-22 स्पेसक्राफ्ट का सफल लॉन्च किया, जो तियांगोंग स्पेस स्टेशन से जुड़े अपने क्रू प्रोग्राम का पहला इमरजेंसी मिशन साबित हुआ। यह नया स्पेसक्राफ्ट तीन अंतरिक्ष यात्रियों के लिए वापसी का सुरक्षित माध्यम उपलब्ध कराएगा, जो अगले साल अप्रैल में धरती लौटेंगे।

अंतरिक्ष में पहले क्या हुआ था?
14 नवंबर को पिछले क्रू की वापसी के दौरान उनका स्पेसशिप अंतरिक्ष मलबे से टकरा गया था, जिससे व्यू विंडो क्षतिग्रस्त हो गई थी और स्पेसक्राफ्ट असुरक्षित हो गया था। इस वजह से मौजूदा क्रू के पास किसी इमरजेंसी में बचने का कोई सुरक्षित विकल्प नहीं बचा था। चीन अपने स्पेस स्टेशन के क्रू को हर छह महीने में रोटेट करता है।

शेनझोउ-22 में क्या है खास?
चाइना नेशनल स्पेस एजेंसी (CMSA) के अनुसार, शेनझोउ-22 बिना पायलट के लॉन्च हुआ और इसमें अंतरिक्ष फूड, मेडिकल सप्लाई, ताजे फल व सब्जियां शामिल थीं। इसके अलावा, शेनझोउ-20 की टूटी खिड़की की मरम्मत के लिए उपकरण भी इस मिशन में भेजे गए। इस स्पेसक्राफ्ट का उपयोग अगले साल अप्रैल में मौजूदा तीन सदस्यीय क्रू को सुरक्षित लौटाने के लिए किया जाएगा।

खतिग्रस्त स्पेसक्राफ्ट की वापसी
CMSA ने बताया कि क्षतिग्रस्त स्पेसक्राफ्ट को मरम्मत के बाद केवल कार्गो के साथ वापस लाया जाएगा, लेकिन इसमें कोई एस्ट्रोनॉट नहीं होगा। शेनझोउ-22 को लॉन्ग मार्च-2एफ वाई22 कैरियर रॉकेट के जरिए चीन के जिउक्वान सैटेलाइट लॉन्च सेंटर से भेजा गया। लॉन्च के 10 मिनट के भीतर यह अपने तय ऑर्बिट में पहुँच गया और बाद में स्पेस स्टेशन से सफलतापूर्वक डॉक हो गया।

चीन ने यह स्पेस स्टेशन तब बनाया था जब उसे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से अलग रखा गया, क्योंकि इस बात की चिंता थी कि चीन का स्पेस प्रोग्राम सैन्य नियंत्रण में है