म्यूनिख। जर्मनी के म्यूनिख हवाई अड्डे को शनिवार सुबह फिर से खोल दिया गया, जो शुक्रवार रात को दूसरी बार ड्रोन देखे जाने के बाद बंद किया गया था। अधिकारियों के अनुसार, 24 घंटे से भी कम समय में दोबारा ड्रोन गतिविधि देखने के कारण सुरक्षा कारणों से यह कदम उठाया गया।
देश के सबसे व्यस्त हवाई अड्डों में से एक म्यूनिख एयरपोर्ट ने शनिवार सुबह स्थानीय समयानुसार सात बजे से उड़ानों को धीरे-धीरे शुरू किया। आमतौर पर यहां उड़ानें सुबह पांच बजे से शुरू होती हैं। संघीय पुलिस ने बताया कि शुक्रवार रात करीब 11 बजे हवाई अड्डे के उत्तरी और दक्षिणी रनवे के पास दो ड्रोन देखे गए, जो पहचान से पहले ही उड़कर चले गए।
हवाई अड्डे ने यात्रियों को चेतावनी दी कि शनिवार को भी उड़ानों में देरी हो सकती है। शुक्रवार रात से शनिवार सुबह तक हवाई अड्डे के बंद रहने से लगभग 6,500 यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इससे पहले गुरुवार रात से शुक्रवार तक हवाई अड्डा बंद होने से करीब तीन हजार लोग प्रभावित हुए थे।
यूरोप में ड्रोन घटनाओं की श्रृंखला
म्यूनिख के ड्रोन मामले की तरह बेल्जियम और नॉर्वे में भी हाल ही में हवाई अड्डों और सैन्य अड्डों के ऊपर ड्रोन देखे गए। अधिकारियों को फिलहाल यह पता नहीं है कि इन ड्रोन गतिविधियों के पीछे कौन जिम्मेदार है। यूरोपीय सुरक्षा विशेषज्ञों ने संकेत दिया है कि रूस की भूमिका हो सकती है, हालांकि रूस ने इन घटनाओं में शामिल होने से इनकार किया है।
जर्मनी के गृहमंत्री अलेक्जेंडर डोब्रिंड्ट ने कहा कि वे और यूरोप के अन्य मंत्री इस सप्ताहांत म्यूनिख में ड्रोन सुरक्षा और घुसपैठ रोकने के उपायों पर चर्चा करेंगे। उन्होंने पश्चिमी शहर सारब्रुकेन में कहा, "हम ड्रोन खतरे और सुरक्षा उपायों के बीच दौड़ में हैं और यह दौड़ हमें जीतनी ही होगी।"
यह घटनाक्रम यूरोप में हवाई अड्डों की सुरक्षा को लेकर बढ़ती चिंताओं को उजागर करता है, खासकर ड्रोन तकनीक के बढ़ते इस्तेमाल के समय।