सऊदी अरब के पवित्र शहर मदीना में पुलिस ने एक आवासीय अपार्टमेंट में चल रहे जिस्मफरोशी के धंधे का पर्दाफाश किया। इस कार्रवाई में दो महिलाओं समेत तीन प्रवासियों को गिरफ्तार किया गया। अधिकारियों के अनुसार ये लोग अपार्टमेंट को इस अवैध गतिविधि के अड्डे के रूप में इस्तेमाल कर रहे थे। गिरफ्तार आरोपियों को कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद पब्लिक प्रॉसिक्यूशन के हवाले किया गया।
पुलिस की यह कार्रवाई जनरल डायरेक्टरेट फॉर कम्युनिटी सिक्योरिटी एंड कॉम्बैटिंग ह्यूमन ट्रैफिकिंग के सहयोग से की गई। अधिकारियों ने बताया कि यह अभियान मानव तस्करी, वेश्यावृत्ति और अन्य सामाजिक बुराइयों को रोकने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है।
सऊदी अरब में यह पहली बार नहीं है जब इस तरह की कार्रवाई हुई है। हाल ही में देशभर में 50 से अधिक संदिग्धों को वेश्यावृत्ति और भीख मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इन कार्रवाइयों के पीछे क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के निर्देशों का हाथ माना जा रहा है।
नई इकाई, कम्युनिटी सिक्योरिटी एंड ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट, गृह मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत है और इसका उद्देश्य मानव तस्करी, बाल श्रम और अनैतिक गतिविधियों पर रोक लगाना है। सरकारी अधिकारियों ने यह भी पहली बार स्वीकार किया है कि पिछले दशक में देश में इस तरह की अवैध गतिविधियां चल रही थीं।
विशेषज्ञ इस नई व्यवस्था की तुलना पहले की “कमिटी फॉर द प्रमोशन ऑफ वर्च्यू एंड प्रिवेंशन ऑफ वाइस” से कर रहे हैं, जिसे कभी सऊदी की धार्मिक पुलिस के नाम से जाना जाता था। हालांकि, 2016 में क्राउन प्रिंस ने इसकी शक्तियों को काफी हद तक सीमित कर दिया था।