अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गर्भवती महिलाओं को सलाह दी है कि जब तक बेहद आवश्यक न हो, वे टाइलेनॉल का इस्तेमाल न करें। इसके साथ ही उन्होंने छोटे बच्चों को किसी भी हालत में टाइलेनॉल न देने की चेतावनी दी। ट्रंप ने अपने बयान में वैक्सीनेशन से जुड़ी कुछ विशेष हिदायतें भी साझा की हैं, जैसे एमएमआर वैक्सीन को अलग-अलग खुराकों में लेना, चिकनपॉक्स वैक्सीन अलग से लेना और हेपेटाइटिस बी वैक्सीन 12 साल या उससे अधिक उम्र में लगवाना। उन्होंने कहा कि सभी टीकाकरण पांच अलग-अलग मेडिकल विजिट में करवाने चाहिए।

ट्रंप ने यह सलाह मंगलवार को व्हाइट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दी थी। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने टाइलेनॉल में मौजूद सक्रिय घटक को ऑटिज़्म से जोड़ने की आशंका जताई है। हालांकि, उनके इस दावे का वैज्ञानिक समर्थन नहीं है। भारत और अन्य देशों के चिकित्सक तथा वैज्ञानिक इस दावे को आधारहीन मानते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की पूर्व मुख्य वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने स्पष्ट किया है कि टाइलेनॉल और ऑटिज़्म के बीच कोई प्रत्यक्ष वैज्ञानिक संबंध स्थापित नहीं हुआ है।
विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप का यह बयान भारत के निर्यात के पीछे की बढ़ती मात्रा को ध्यान में रखते हुए दिया गया हो सकता है। अक्टूबर 2023 से सितंबर 2024 तक भारत से अमेरिका को 95 खेप पैरासिटामोल निर्यात की गईं, जो पिछले साल की तुलना में 46 प्रतिशत अधिक हैं। अकेले सितंबर 2024 में ही भारत से 13 शिपमेंट अमेरिका भेजे गए, जो पिछले साल के मुकाबले 13 प्रतिशत अधिक है।