पटना में उद्योगपति गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या, 6 साल पहले बेटे की भी हुई थी हत्या

पटना। राजधानी के गांधी मैदान थाना क्षेत्र में शुक्रवार देर रात अज्ञात हमलावरों ने व्यवसायी गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या कर दी। वारदात उस समय हुई जब वे पटना क्लब से घर लौट रहे थे और अपनी कार से होटल पनाश के पास स्थित अपार्टमेंट के गेट पर उतर ही रहे थे। तभी घात लगाकर बैठे अपराधियों ने उन्हें निशाना बनाया। उन्हें घायल हालत में तत्काल निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

गोपाल खेमका कभी शहर के प्रतिष्ठित मगध हॉस्पिटल के मालिक रहे हैं और भारतीय जनता पार्टी से भी वैचारिक रूप से जुड़े थे। उनके बेटे गुंजन खेमका की भी वर्ष 2018 में वैशाली जिले में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

परिजनों का आरोप— देर से पहुंची पुलिस, लापरवाही से नाराज़गी

गोपाल खेमका के छोटे भाई संतोष खेमका ने आरोप लगाया कि सूचना देने के बावजूद गांधी मैदान थाना पुलिस डेढ़ घंटे देरी से मौके पर पहुंची। परिजनों ने अस्पताल और बाद में घटनास्थल पर गहरी नाराजगी जताई। पुलिस के अनुसार, घटनास्थल से गोलियों के कई खोखे बरामद हुए हैं, जिसे घेरे में लिया गया है।

पप्पू यादव का हमला— “कब तक बलि चढ़ेगा एक ही परिवार?”

घटना की जानकारी मिलते ही निर्दलीय सांसद पप्पू यादव सबसे पहले मौके पर पहुंचे और प्रशासन की नाकामी पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा, “इसी परिवार के बेटे की छह साल पहले हत्या हुई थी, अब पिता को भी मार डाला गया। आखिर अपराधियों के हौसले इतने बुलंद क्यों हैं? राजधानी के बीचोंबीच अपराधी वारदात कर आराम से निकल जाते हैं।”

परिजनों की नाराजगी— “इस सरकार में कोई सुरक्षित नहीं”

शोक संतप्त परिजनों ने सरकार और पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि अब स्थिति इतनी बिगड़ चुकी है कि अपराधी खुलेआम घर के पास आकर लोगों की जान ले रहे हैं। परिजनों ने कहा कि सरकार के संरक्षण में अपराधियों का मनोबल लगातार बढ़ता जा रहा है।

पुलिस की प्रतिक्रिया— जांच जारी, जल्द गिरफ्तारी का दावा

सिटी एसपी (मध्य) दीक्षा ने बताया कि गोली सिर के पास से मारी गई थी जिससे खेमका की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की जांच के लिए आसपास लगे सभी सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। उन्होंने आश्वस्त किया कि जांच हर पहलू से की जा रही है और अपराधियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।

Read News: महिलाएं घर संभाल सकती हैं तो पंचायत भी चला सकती हैं: मंत्री दीपिका सिंह पांडेय

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here