अहमदाबाद विमान हादसा: 87 शवों की पहचान, 42 अंतिम संस्कार के लिए सौंपे

अहमदाबाद में हुए दर्दनाक विमान हादसे के बाद मृतकों की पहचान का कार्य लगातार जारी है। अब तक कुल 270 शवों में से 87 की पहचान हो चुकी है, जिनमें से 42 पार्थिव देह उनके परिजनों को सौंप दी गई हैं। हादसे की तह में जाने के लिए जांच एजेंसियों को बड़ी कामयाबी मिली है। जांचकर्ताओं को फ्लाइट का कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) भी मिल गया है, जिसे ब्लैक बॉक्स कहा जाता है। इससे हादसे के पीछे की संभावित वजहों का खुलासा होने की उम्मीद है।

एयर इंडिया की फ्लाइट एआई-171 के दुर्घटनाग्रस्त होने के तीन दिन बाद जांच की रफ्तार तेज हुई है। अधिकारियों ने बताया कि रविवार को उन्हें ब्लैक बॉक्स बरामद हो गया है। इससे पहले केवल फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) मिलने की जानकारी सामने आई थी। हादसे में कुल 270 लोगों की जान गई, जिनमें विमान में सवार 241 यात्री और चालक दल के सदस्य शामिल थे।

प्रधान सचिव ने किया निरीक्षण, समीक्षा बैठक भी की

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव पी.के. मिश्रा ने रविवार को अहमदाबाद पहुंचकर हादसे की जगह और सिविल अस्पताल का दौरा किया, जहाँ घायलों का इलाज चल रहा है। सरकारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, सर्किट हाउस में एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की गई, जिसमें केंद्र और राज्य सरकार के अधिकारियों, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) और एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। AAIB ने हादसे की विस्तृत जांच शुरू कर दी है। चूंकि यह विमान अमेरिका में निर्मित था, इसलिए यूएस नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) भी अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल के तहत समानांतर जांच कर रहा है।

दोनों ब्लैक बॉक्स जांच में मददगार

जांच दल ने बताया है कि फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) दोनों को सुरक्षित रूप से बरामद कर लिया गया है। इन उपकरणों के विश्लेषण से दुर्घटना के कारणों की सटीक जानकारी मिल सकेगी।

हादसा टेकऑफ के तुरंत बाद, आग की चपेट में आया विमान

बोइंग 787-8 (AI-171) विमान, जो लंदन के लिए रवाना हुआ था, टेकऑफ के कुछ ही पलों बाद अहमदाबाद के मेघानीनगर इलाके में स्थित मेडिकल कॉलेज परिसर के ऊपर गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे में विमान आग की लपटों में घिर गया। विमान में सवार 242 यात्रियों और क्रू में से एक को छोड़कर सभी की जान चली गई, जबकि जमीन पर मौजूद 29 लोग, जिनमें बीजे मेडिकल कॉलेज के 5 एमबीबीएस छात्र भी शामिल थे, मारे गए। पी.के. मिश्रा ने मेघानीनगर स्थित दुर्घटना स्थल का भी निरीक्षण किया।

डीएनए से शवों की पहचान, पूर्व सीएम विजय रूपाणी भी हादसे के शिकार

अधिकारियों ने बताया कि मृतकों की पहचान डीएनए मिलान के जरिए की जा रही है। अब तक 87 शवों की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का पार्थिव शरीर भी शामिल है। राज्य सरकार ने सोमवार को रूपाणी के निधन पर राजकीय शोक की घोषणा की है। उनका अंतिम संस्कार आज शाम राजकोट में किया जाएगा, जिसमें केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी मौजूद रहेंगे।

घायलों में से 38 को छुट्टी, 13 अब भी अस्पताल में भर्ती

सरकारी बीजे मेडिकल कॉलेज के सर्जरी विभाग के प्रोफेसर डॉ. रजनीश पटेल ने बताया कि हादसे में घायल 51 लोगों में से 38 को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है, जबकि शेष 13 घायलों का इलाज अब भी चल रहा है। अतिरिक्त सिविल अधीक्षक डॉ. पटेल ने यह भी बताया कि जिन 42 शवों को उनके परिजनों को सौंपा गया है, वे अहमदाबाद, वडोदरा, खेड़ा, बोटाद सहित विभिन्न जिलों से संबंधित थे। इनमें एक विदेशी नागरिक का शव भी शामिल है।

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