भुवनेश्वर। कांग्रेस की केंद्रीय समिति (एआईसीसी) ने पूर्व विधायक मोहम्मद मोकिम को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित करने का प्रस्ताव मंजूर किया है। मोकिम ओडिशा के बाराबती-कटक विधानसभा क्षेत्र से प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। इस फैसले की जानकारी ओडिशा प्रदेश कांग्रेस समिति (ओपीसीसी) ने आधिकारिक नोटिस के जरिए दी है। नोटिस में कहा गया है कि मोकिम पर पार्टी के खिलाफ गतिविधियों में संलिप्त होने के आरोप हैं।
यह निर्णय मोकिम द्वारा हाल ही में कांग्रेस पार्लियामेंट्री पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे गए एक पत्र के बाद आया है। पत्र में मोकिम ने पार्टी की वर्तमान परिस्थितियों और संगठनात्मक चुनौतियों को लेकर अपनी गहरी चिंता व्यक्त की थी। उन्होंने राहुल गांधी की अनुपस्थिति, राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की नेतृत्व शैली और पार्टी में युवाओं से दूरी जैसी समस्याओं को उजागर किया था।
मोकिम ने अपने पत्र में यह भी कहा कि पार्टी की कमजोर संगठनात्मक स्थिति और नेतृत्व की कमियों के कारण ही कांग्रेस अपनी विरासत खो रही है, न कि बाहरी विपक्ष के कारण। उन्होंने यह भी बताया कि वह लगभग तीन साल से राहुल गांधी से व्यक्तिगत रूप से नहीं मिल पाए हैं, और इसे पूरे देश के कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ भावनात्मक दूरी का प्रतीक बताया।
मोकिम ने खरगे की 83 वर्ष की आयु और उनकी नेतृत्व शैली पर भी सवाल उठाया। उनका कहना था कि देश की 65 प्रतिशत आबादी युवा है, लेकिन वर्तमान नेतृत्व युवाओं से जुड़ने में नाकाम है।
साथ ही, मोकिम ने पत्र में प्रियंका गांधी को पार्टी में बड़ी भूमिका देने की मांग की। उन्होंने कहा कि देश के युवा वर्ग की उम्मीदें प्रियंका गांधी के नेतृत्व पर टिकी हैं। भविष्य के लिए उन्होंने पार्टी नेतृत्व में सचिन पायलट, डीके शिवकुमार और शशि थरूर जैसे सक्रिय और ऊर्जावान नेताओं को शामिल करने का सुझाव भी दिया।