कोलकाता और इसके आस-पास के क्षेत्रों में सोमवार देर रात से हुई मूसलाधार बारिश के कारण मंगलवार को आम जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। कई इलाकों में पानी घुटनों तक भर गया, जिससे यातायात पूरी तरह ठप हो गया।
बारिश से कई सड़कें जलमग्न हो गईं और residential कॉलोनियों में भी पानी घुस गया। नगर निगम के आंकड़ों के अनुसार दक्षिण कोलकाता के गरिया कमदहारी क्षेत्र में सबसे ज्यादा 332 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा जोधपुर पार्क में 285 मिमी, कालीघाट में 280 मिमी, टॉपसिया में 275 मिमी और बालीगंज में 264 मिमी वर्षा हुई। उत्तरी कोलकाता के थांटनिया इलाके में भी 195 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
तीन फीट तक पानी भर जाने के कारण रेलवे पटरियां डूबी रहीं और ट्रेन सेवाएं बाधित रहीं। मेट्रो संचालन में भी कठिनाइयां सामने आईं।
मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पूर्वी हिस्से में कम दबाव का क्षेत्र उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है, जिसके चलते दक्षिण बंगाल के कई जिलों में भारी से अति भारी बारिश की संभावना है। IMD ने चेतावनी दी है कि पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, दक्षिण 24 परगना, झाड़ग्राम और बांकुरा जिलों में बुधवार तक भारी बारिश हो सकती है। साथ ही, 25 सितंबर के आसपास खाड़ी में नया कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना जताई गई है, जिससे बारिश का सिलसिला बढ़ सकता है।