नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बहरीन के समकक्ष अब्दुल्लातिफ बिन राशिद अल जायनी से फोन पर बातचीत की, जिसमें दोनों देशों के बीच दीर्घकालिक बहुआयामी साझेदारी को और मजबूत करने के उपायों पर चर्चा हुई।

जयशंकर ने कहा, "हमने साझेदारी को और गहरा करने के तरीकों के साथ ही क्षेत्रीय और वैश्विक घटनाक्रमों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।" इस चर्चा से पहले इस महीने की शुरुआत में नई दिल्ली में दोनों देशों के अधिकारियों ने एक महत्वाकांक्षी व्यापार समझौते पर बातचीत की थी, जिससे निवेश समझौते को आगे बढ़ाने की दिशा में कदम बढ़ाया गया।

दोहरे कराधान से बचाव और निवेश बढ़ावा

दोनों मंत्री दोहरे कराधान से बचाव समझौते (DTAA) पर बातचीत शुरू करने के लिए साझा समझ विकसित करने पर भी सहमत हुए। अधिकारियों के अनुसार, इससे दोहरे कराधान समाप्त करने, कर निश्चितता सुनिश्चित करने और व्यापार एवं निवेश को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।

द्विपक्षीय संबंधों में वृद्धि

पिछले कुछ वर्षों में भारत और बहरीन के बीच द्विपक्षीय संबंधों में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है। अनुमान है कि 2024-25 में दोनों देशों के बीच व्यापार 1.64 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है। बहरीन में लगभग 3,32,000 भारतीय नागरिक रहते हैं, जो वहां की कुल आबादी का लगभग एक-चौथाई हिस्सा है। भारत, बहरीन के शीर्ष पाँच व्यापारिक साझेदारों में शामिल है।