उत्तर गोवा के अरपोरा स्थित 'बिर्च बाय रोमियो लेन' नाइट क्लब में 6 दिसंबर को हुए भयानक अग्निकांड में 25 लोगों की मौत के बाद अब मामले में बड़ी कार्रवाई की तैयारी चल रही है। इस हादसे के बाद क्लब मालिक सौरभ और गौरव लूथरा थाईलैंड भाग गए थे, लेकिन अब दोनों को भारत लाने की प्रक्रिया में तेजी आ गई है।
सूत्रों के अनुसार, घटना के अगले ही दिन दोनों भाई गोवा से फुकेट गए थे। पासपोर्ट निलंबन के बाद थाईलैंड की पुलिस ने गुरुवार को उन्हें फुकेट के एक रिसॉर्ट में हिरासत में ले लिया। भारत और थाईलैंड के बीच 2015 में लागू प्रत्यर्पण संधि के तहत दोनों भाइयों को जल्द ही भारत भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
भारत-थाईलैंड सहयोग
थाई अधिकारी भारतीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ मिलकर दोनों भाइयों को भारत लाने में सहयोग कर रहे हैं। बैंकॉक में भारतीय दूतावास भी इस प्रक्रिया में सक्रिय है और अधिकारियों का कहना है कि सभी कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए जल्द ही उन्हें भारत सौंप दिया जाएगा।
गोवा सरकार का रुख
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और 25 मृतकों के परिजनों को न्याय दिलाना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और तीन अधिकारियों को सस्पेंड किया गया है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि गोवा पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों की टीम लूथरा भाइयों को भारत लाकर जेल में डालने की प्रक्रिया पूरी करेगी।
जांच और कानूनी कार्रवाई
क्लब में आग लगने के मामले में आरोपी भरत कोहली की हिरासत छह दिन के लिए बढ़ा दी गई है। अरपोरा पंचायत के सरपंच रोशन रेडकर और सचिव रघुवीर बागकर की अग्रिम जमानत याचिका पर मापुसा सेशन कोर्ट ने 16 दिसंबर तक जवाब दाखिल करने का आदेश दिया है। अब तक इस मामले में 50 से अधिक लोगों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं, जिनमें अधिकारी, कर्मचारी और पीड़ित शामिल हैं।
घटना की झलक
6 दिसंबर की रात अरपोरा स्थित बिर्च क्लब में अचानक आग लग गई थी। इस हादसे में 5 पर्यटक और 20 कर्मचारी दम तोड़ चुके हैं। क्लब के मालिक गौरव और सौरभ लूथरा हैं। गोवा सरकार और पुलिस ने साफ किया है कि दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा और सभी कानूनी कार्रवाई तेज़ और सख्ती से पूरी की जाएगी।