ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी लोकसभा में वक्फ संशोधन बिल को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने बिल का विरोध करते हुए कहा कि देश में मुस्लिमों के साथ अन्याय हो रहा है और ये अनुच्छेद 25, 26 का उल्लंघन है. उन्होंने कहा कि मस्जिदों और मदरसों को निशाना बनाया जा रहा है. लोकसभा में उन्होंने बिल की कॉपी को फाड़ने की बात कही. 

ओवैसी ने कहा, "गांधीजी के सामने जब एक ऐसा कानून लाया गया, जो उनको कबूल नहीं था तो उन्होंने कहा मैं उसे कानून को मानता नहीं हूं, उसको फाड़ता हूं तो मैं भी गांधी जी की तरह इस कानून को फाड़ता हूं, इसके बाद दो पन्नों के बीच जिसमें स्टेपर लगा हुआ था वह अलग-अलग कर दिए."

हैदराबाद के सांसद ओवैसी ने कहा, "वक्फ एक धार्मिक संस्था है. केंद्र सरकार यहां गलत जानकारी दे रही है. वक्फ बिल भारत के ईमान पर हमला आप मुसलमान से waqf by user छीन रहे हैं. ये जो कानून बन रहा है उसका सोर्स आर्टिकल 26 है. जब हिंदू, बौद्ध, जैन को इस बात की आजादी दी गई है तो फिर आप मुस्लिमों से ये कैसे छीन सकते हैं."

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, "देश में प्राचीन मंदिरों की हिफाजत होगी, लेकिन प्राचीन मस्जिदों की नहीं होगी. गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि 2013 का कानून नहीं बनता तो हम इसे नहीं लेकर आते. मैं उनसे पूछना चाह रहा हूं कि क्या उस वक्त राजनाथ सिंह, लालाकृष्ण आडवाणी जैसे बड़े-बड़े नेता यहां बैठे थे. आपने उस कानून को पास करा दिया, तो उस समय वो गलत थे या आप गलत थे, ये बता दीजिए. बीजेपी इस देश में मंदिर-मस्जिद के नाम पर झगड़ा करना चाहती है."