बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के रुझान आते ही राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए हैं। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने शुक्रवार को बयान देते हुए कहा कि इस बार मुकाबला राजनीतिक दलों के बीच नहीं, बल्कि भारत के चुनाव आयोग और बिहार की जनता के बीच है। उन्होंने कहा कि वे मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और जनता के बीच सीधे संघर्ष की बात कर रहे हैं, न कि किसी पार्टी के विरोध की।
पवन खेड़ा ने कहा कि ये केवल शुरुआती रुझान हैं और फिलहाल कुछ इंतजार करना होगा। उनके अनुसार, आने वाले घंटों में यह स्पष्ट हो जाएगा कि ज्ञानेश कुमार की भूमिका कितनी असरदार साबित होती है। उन्होंने बिहार के मतदाताओं की हिम्मत और सक्रियता की भी तारीफ की।
वहीं, शुरुआती रुझानों में बीजेपी नेतृत्व वाली एनडीए को स्पष्ट बहुमत मिलता नजर आ रहा है। रुझानों के अनुसार एनडीए 185 सीटों पर आगे है। पटना में जदयू कार्यालय के बाहर समर्थकों की भीड़ जमा हो गई है। इन 185 सीटों में जदयू 76, भाजपा 83, एलजेपी (रामविलास) 22 और हम पार्टी 4 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं।
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि रुझान साबित करते हैं कि एनडीए की ताकत बरकरार है। उनका कहना था कि यह जीत बिहार की जनता की है और स्पष्ट है कि राज्य में डबल इंजन सरकार बन रही है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जनता के भरोसे को भी रुझानों में झलकते हुए बताया और कहा कि एनडीए कार्यकर्ताओं की मेहनत और विकास की गति राज्य में फिर से तेज होगी।