नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र के मंगलवार के दिन लोकसभा में चुनाव सुधारों पर चर्चा के दौरान हंगामा मच गया। विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने अपनी बात रखते हुए न केवल चुनाव सुधारों, बल्कि आरएसएस, महात्मा गांधी, गोडसे और खादी जैसे कई विषयों पर भी टिप्पणी की।
राहुल गांधी ने कहा कि वे बराबरी में विश्वास नहीं करते, बल्कि हायरार्की में भरोसा रखते हैं और मानते हैं कि उन्हें सबसे ऊपर होना चाहिए। इसके बाद सदन में हंगामा शुरू हो गया। संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि चर्चा चुनाव सुधार पर होनी चाहिए, लेकिन नेता विपक्ष विषय बदलकर अन्य मुद्दों पर बोल रहे हैं।
अपने भाषण में राहुल गांधी ने देश की तुलना कपड़े से की और कहा कि जैसे धागे से कपड़ा बुनते हैं, वैसे ही लोगों से देश बनता है। उन्होंने आरोप लगाया कि आरएसएस संवैधानिक संस्थाओं पर कब्जा करना चाहता है और समानता की भावना को स्वीकार नहीं करता। उन्होंने गोडसे द्वारा महात्मा गांधी की हत्या का भी जिक्र किया।
लोकसभा में चल रही इस बहस में मुख्य रूप से भारत के चुनाव आयोग द्वारा विभिन्न राज्यों में शुरू किए गए स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) एक्सरसाइज पर चर्चा हो रही है। विपक्षी दल महीनों से इस विषय पर बहस की मांग कर रहे हैं और कांग्रेस ने वोटर लिस्ट में गड़बड़ियों का आरोप लगाया है।
संसद का निचला सदन चुनाव सुधारों के मुद्दे पर गंभीर चर्चा करने के लिए तैयार है, लेकिन विपक्षी नेता के अन्य विषयों पर बोलने से सदन की कार्यवाही प्रभावित हुई।