नई दिल्ली। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने शनिवार को तेलंगाना स्थित एयर फोर्स एकेडमी, डुंडीगल में ऑटम टर्म–2025 की कंबाइंड ग्रेजुएशन परेड का निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने नव-प्रशिक्षित फ्लाइट कैडेट्स को संबोधित करते हुए कहा कि युद्ध में दूसरा स्थान जैसी कोई अवधारणा नहीं होती।

सीडीएस ने बिना किसी देश का नाम लिए स्पष्ट संदेश देते हुए कहा कि युद्ध केवल भाषणों या सोशल मीडिया के प्रचार से नहीं जीते जाते। जीत के लिए स्पष्ट उद्देश्य, ठोस रणनीति और निर्णायक कदम जरूरी होते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभी जारी है।

लापरवाही की कोई जगह नहीं
फ्लाइट कैडेट्स को संबोधित करते हुए जनरल चौहान ने कहा कि सशस्त्र बलों में गलती की कोई गुंजाइश नहीं होती और छोटी सी लापरवाही भी भारी नुकसान का कारण बन सकती है। उन्होंने कहा कि कैडेट्स ऐसे समय वायुसेना में शामिल हो रहे हैं, जब एक नया ऑपरेशनल नॉर्मल स्थापित हो चुका है, जिसकी पहचान उच्च स्तर की तैयारियों और सतर्कता से होती है।

उन्होंने कहा कि भले ही अभियानों की तीव्रता में कमी आई हो, लेकिन ऑपरेशन सिंदूर लगातार जारी है। हमारी असली ताकत हर घंटे और हर दिन सतर्क, चुस्त और पूरी तरह तैयार रहने की क्षमता में निहित है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि जीत को आदत बनाना ही इस नए दौर की मांग है।

कंबाइंड ग्रेजुएशन परेड आयोजित
भारतीय वायुसेना की विभिन्न शाखाओं के फ्लाइट कैडेट्स की प्री-कमीशनिंग ट्रेनिंग पूरी होने के बाद एयर फोर्स एकेडमी, डुंडीगल में कंबाइंड ग्रेजुएशन परेड आयोजित की गई। इस समारोह में सीडीएस जनरल अनिल चौहान रिव्यूइंग ऑफिसर के रूप में उपस्थित रहे।

सीडीएस ने वियतनाम से आए प्रशिक्षु कैडेट्स को भी सफलतापूर्वक प्रशिक्षण पूरा करने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि उनकी भागीदारी भारत और वियतनाम के बीच आपसी विश्वास और मित्रता के संबंधों को और मजबूत करती है।