नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजरायली बंधकों की रिहाई का स्वागत किया और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शांति प्रयासों की सराहना की। पीएम मोदी ने इस रिहाई को इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के मजबूत संकल्प का प्रतीक बताया। हमास की कैद से 738 दिनों के बाद कुल 20 इजरायली बंधकों को रिहा किया गया, जिसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप इजरायल पहुंचे।
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा कि लंबे समय तक बंधक बनाए रखने के बाद उनकी रिहाई उनके परिवारों के साहस, राष्ट्रपति ट्रंप के शांति प्रयासों और प्रधानमंत्री नेतन्याहू के दृढ़ संकल्प का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि भारत क्षेत्र में शांति के लिए ट्रंप के ईमानदार प्रयासों का समर्थन करता है।
रिहाई दो चरणों में हुई। पहले बैच में सात बंधकों को छोड़ा गया, जबकि दूसरे बैच में 13 बंधकों को रिहा किया गया। इजरायल के विदेश मंत्रालय ने रिहा बंधकों की तस्वीरें साझा कीं, जिसमें वे सैनिकों के साथ मिलते दिखाई दिए।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तेल अवीव में बंधकों के परिवारों से मुलाकात की और केनेसेट में भी संबोधन दिया। ट्रंप ने कहा कि दो साल के बाद बंदूकें खामोश हो गई हैं और 20 साहसी बंधक अपने परिवारों के पास लौट रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यह युद्ध का अंत नहीं, बल्कि एक नए दौर की शुरुआत है।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने संसद में कहा कि इस युद्ध के लिए भारी कीमत चुकानी पड़ी, लेकिन दुश्मनों को यह संदेश मिल गया कि इजरायल मजबूत और अपने इरादों में पक्का है। उन्होंने कहा कि 7 अक्टूबर को हुए हमले को दुश्मनों की बड़ी भूल माना जाएगा और इजरायल स्थिर और अडिग रहेगा।