चालीस से अधिक उम्र की महिलाओं को अपना ब्लड प्रेशर चेक कराते रहना चाहिए। रिसचर्स का दावा है कि इस उम्र की महिलाओं को हार्ट अटैक का खतरा अधिक रहता है।

नॉर्वे की यूनिवर्सिटी ऑफ बरगेन के रिसर्चर्स ने ये साबित किया कि 50 की उम्र में हाई ब्लड प्रेशर का सामना करने वाली महिलाओं में सामान्य महिलाओं की अपेक्षा हार्ट अटैक का खतरा दोगुना हो जाता है। इन रिसर्चर्स ने 6,381 महिलाओं और 5,948 पुरुषों को अपनी रिसर्च में शामिल किया। इन सभी की उम्र 41 साल थी। यूरोपियन जर्नल ऑफ प्रिवेंटिव कॉर्डियोलॉजी में प्रकाशित डॉ. इस्टर क्रिंगलैंड की स्टडी में ये बताया कि किस तरह महिलाओं और पुरुषों में हाई ब्लड प्रेशर अलग-अलग छोटी शिराओं को रिफ्लेक्ट करता है।

उन्होंने ये भी बताया कि व्यक्ति का वजन, डाइट और एक्सरसाइज ब्लड प्रेशर को सामान्य बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। युवा महिलाओं में पुरुषों की अपेक्षा लोअर ब्लड प्रेशर औसत रहता है। लेकिन 30 की उम्र के बाद हाई ब्लड प्रेशर की आशंका बढ़ती है। इसलिए उम्र के इस दौर में महिलाओं को अपना ब्लड प्रेशर नियमित रूप से चेक कराते रहना चाहिए। साथ ही उनके लिए अपने वजन को नियंत्रित रखना, हेल्दी डाइट लेना और नियमित रूप से एक्सरसाइज करते रहना भी जरूरी है। स्मोकिंग से दूर रहकर और अल्कोहल व नमक की अधिकता से बचकर भी ब्लड प्रेशर के खतरे को कम किया जा सकता है।

इंग्लैंड में 16 से 24 साल के पुरुषों में हाई बी पी का खतरा 5% और महिलाओं में 1% देखा गया। जबकि 65 से 74 साल की महिलाओं और पुरुषों में यह रिस्क 58% तक बढ़ता है। मेडिसिन एट यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के प्रोफेसर ब्रियान विलियम्स की स्टडी के अनुसार, 40 की उम्र के बाद हाई ब्लड प्रेशर रहने पर महिलाओं को कार्डियोवेस्कुलर डिसीज का खतरा पुरुषों की अपेक्षा अधिक होता है। रिसचर्स द्वारा की गई यह स्टडी यूरोपियन जर्नल ऑफ प्रिवेंटिव कार्डियोलॉजी में प्रकाशित हुई है।