पेरिस पैरालंपिक में भारतीय दल का दमदार प्रदर्शन जारी है। भारत ने अब तक 21 पदक जीते हैं, जिनमें तीन स्वर्ण, आठ रजत और 10 कांस्य शामिल हैं। भारतीय दल ने टोक्यो में 19 पदक जीतने का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। बुधवार को पुरुषों की एफ46 गोला फेंक स्पर्धा में सचिन सरजेकराव खिलाड़ी ने रजत पदक जीता। वहीं, मंगलवार को मरियप्पन थंगावेलु ने पुरुषों की ऊंची कूद टी63 स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। अब पीएम मोदी ने दोनों को बधाई दी है।
प्रधानमंत्री ने दी भारतीय एथलीट्स को बधाई
पीएम ने बुधवार को सचिन और मरियप्पन को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए ट्वीट कर बधाई दी। पीएम ने मरियप्पन को शुभकामनाएं देते हुए लिखा- पुरुषों की ऊंची कूद टी63 स्पर्धा में कांस्य पदक जीतने पर मरियप्पन थंगावेलु को बधाई। यह सराहनीय है कि उन्होंने पैरालंपिक के लगातार तीन संस्करणों में पदक जीते हैं। उनका कौशल, निरंतरता और दृढ़ संकल्प असाधारण है।
वहीं, पीएम ने सचिन को शुभकामनाएं देते हुए लिखा- पेरिस पैरालंपिक में सचिन खिलाड़ी को उनकी अविश्वसनीय उपलब्धि के लिए बधाई। शक्ति और दृढ़ संकल्प का शानदार प्रदर्शन करते हुए उन्होंने पुरुषों की शॉटपुट एफ46 स्पर्धा में रजत पदक जीता है। भारत को उन पर गर्व है।
सचिन ने जीता रजत
सचिन सरजेराव खिलाड़ी ने 16.32 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ रजत पदक अपने नाम किया। सचिन बस 0.06 मीटर से स्वर्ण पदक चूक गए। सचिन ने दूसरे प्रयास में ही 16.32 मीटर का थ्रो किया था। हालांकि, वह इससे ऊपर निकलन में कामयाब नहीं हो सके। कनाडा के ग्रेग स्टीवर्ट ने 16.38 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया। इस स्पर्धा में भारत के मोहम्मद यासेर आठवें और रोहित कुमार नौवें स्थान पर रहे।
मरियप्पन ने जीता कांस्य
मरियप्पन थंगावेलु ने मंगलवार को पुरुषों की ऊंची कूद टी63 के फाइनल में कांस्य पदक जीता। मरियप्पन ने टोक्यो ओलंपिक में रजत पदक जीता था। हालांकि, इस बार उन्हें 1.85 मीटर की सर्वश्रेष्ठ छलांग के साथ कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। मरियप्पन को शुरुआत में वॉलीबॉल में दिलचस्पी थी। अपनी हालत के बावजूद वो स्कूल में वॉलीबॉल खेलते थे। मगर बाद में उनकी टीचर ने उन्हें हाई-जंप के लिए प्रेरित किया। मरियप्पन ने 14 साल की उम्र में सामान्य खिलाड़ियों को हराकर सिल्वर मेडल जीता। 2015 में मरियप्पन वर्ल्ड नंबर वन बने।