भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ कैनिंग्टन ओवल में खेले गए पांचवें टेस्ट मुकाबले में शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए 6 रन से रोमांचक जीत दर्ज की। इस मुकाबले में भारतीय खिलाड़ियों ने एकजुट होकर बेहतरीन प्रदर्शन किया, जिससे टीम को सीरीज बराबर करने में मदद मिली। हालांकि जीत के बावजूद पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने ‘वर्कलोड’ को लेकर गौतम गंभीर और जसप्रीत बुमराह की आलोचना की है और इसे भारतीय क्रिकेट की शब्दावली से हटाने की बात कही है।
गावस्कर ने सिराज को बताया उदाहरण
इंडिया टुडे से बातचीत में सुनील गावस्कर ने कहा कि “गेंदबाज मैच जिताते हैं, लेकिन रन भी जरूरी होते हैं। भारतीय टीम पर्याप्त रन नहीं बना सकी, इसी वजह से दो मैच हारने पड़े।” उन्होंने मोहम्मद सिराज का उदाहरण देते हुए कहा कि सिराज ने लगातार गेंदबाजी की और वर्कलोड जैसी बातों को दरकिनार कर दिया। गावस्कर ने कहा, “मैं काफी समय से कहता आ रहा हूं कि ‘वर्कलोड’ जैसे शब्द को भारतीय क्रिकेट से पूरी तरह हटा देना चाहिए। सिराज ने सभी पांच टेस्ट मैचों में बिना थके 6, 7 और 8 ओवर के स्पेल फेंके क्योंकि कप्तान और देश को उनसे उम्मीद थी।”
गावस्कर ने आगे कहा कि वर्कलोड सिर्फ एक मानसिकता है, कोई शारीरिक रुकावट नहीं। उन्होंने सवाल किया, “क्या सीमा पर तैनात हमारे जवान सर्दी की शिकायत करते हैं?” उन्होंने कहा कि जब आपको 140 करोड़ की आबादी वाले देश की राष्ट्रीय टीम में खेलने का अवसर मिला है, तो इस मौके को पूरी जिम्मेदारी से निभाना चाहिए।
गंभीर और बुमराह पर टिप्पणी क्यों?
गावस्कर की यह टिप्पणी उन बयानों की प्रतिक्रिया मानी जा रही है जिसमें गौतम गंभीर और मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने टेस्ट सीरीज की शुरुआत से पहले कहा था कि वर्कलोड को ध्यान में रखते हुए जसप्रीत बुमराह को केवल तीन टेस्ट में ही उतारा जाएगा। बुमराह ने वास्तव में पहला, तीसरा और चौथा मैच ही खेला। हालांकि यह फैसला उनके घुटनों की स्थिति को देखते हुए लिया गया था, लेकिन गावस्कर इस फैसले से संतुष्ट नहीं दिखे। उन्होंने सिराज का हवाला देते हुए कहा कि उन्होंने पांचों टेस्ट मैचों में गेंदबाजी की और लम्बे स्पेल भी डाले।
टेस्ट सीरीज रही बराबरी पर
भारत और इंग्लैंड के बीच खेली गई पांच टेस्ट मैचों की सीरीज 2-2 की बराबरी पर समाप्त हुई। इंग्लैंड ने पहला टेस्ट जीता, भारत ने दूसरा। तीसरे मुकाबले में इंग्लैंड विजयी रहा, जबकि चौथा मैच ड्रॉ रहा। निर्णायक पांचवें टेस्ट में भारत ने 6 रन से जीत दर्ज कर सीरीज बराबर की। इंग्लैंड को जीत के लिए 374 रन चाहिए थे, लेकिन वे 367 रन पर सिमट गए। मोहम्मद सिराज ने इस मुकाबले में कुल 9 विकेट लिए और सीरीज में सबसे अधिक 23 विकेट लेकर गेंदबाजों में शीर्ष स्थान हासिल किया।