किशनगंज। बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मजलिस पार्टी की रणनीति और हाल के विवादों पर बुधवार को किशनगंज स्थित प्रदेश कार्यालय में प्रेसवार्ता हुई। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने बताया कि उनकी पार्टी इस बार राज्य की कुल 29 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि महागठबंधन के घटक जीडीए कुल 59 सीटों पर चुनाव मैदान में हैं।
अख्तरुल ईमान ने हाल ही में उनके खिलाफ उठाए गए आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि टिकट कटने पर विरोध कर रहे लोग चुनाव लड़ने के योग्य नहीं थे। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यक्रमों में इन लोगों ने पर्याप्त भागीदारी नहीं दिखाई और केवल एक गाड़ी लेकर कार्यक्रमों में शामिल हुए।
प्रदेश अध्यक्ष ने कोचाधामन विधानसभा सीट का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां चुनाव लड़ने के लिए धन-पशु और संसाधनों की आवश्यकता होती है, जो विरोधियों के पास नहीं थे। यही वजह है कि उन्होंने खुद कोचाधामन की बजाय अमौर से चुनाव लड़ने का फैसला किया।
अख्तरुल ईमान ने कहा कि भाजपा और अन्य पार्टियों में भी नेताओं के टिकट कटे, लेकिन किसी ने हंगामा नहीं किया। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके खिलाफ लगाए गए इल्जाम झूठे हैं और उनका निपटारा ईश्वर पर छोड़ते हैं।
इसके अलावा, उन्होंने बताया कि चुनावी खर्च में हेलीकॉप्टर का एक करोड़ रुपये का कॉन्ट्रैक्ट शामिल है, जिसे केवल चुनाव लड़ने वाला उम्मीदवार ही वहन करेगा। गठबंधन को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि फिरकापरस्त ताकतों के खिलाफ निर्णय लेने पर महागठबंधन को समर्थन दिया जा सकता है।
इस मौके पर पत्रकार वार्ता में सरवर आलम, शम्स आगाज, नसीम अख्तर, इस्तियाक आलम, इंजीनियर आफताब और सरफराज सिद्दीकी सहित अन्य पार्टी नेता मौजूद थे।