बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण में मतदाताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। निर्वाचन आयोग द्वारा जारी अंतिम आंकड़ों के अनुसार, इस चरण में 65.08 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। यह 2020 के विधानसभा चुनाव (57.29%) और 2024 के लोकसभा चुनाव (56.28%) की तुलना में क्रमशः 7.79 और 8.8 प्रतिशत अधिक है।
सभी सीटों पर जांच प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी
चुनाव आयोग ने बताया कि पहले चरण के अंतर्गत आने वाले सभी विधानसभा क्षेत्रों में स्क्रूटिनी की प्रक्रिया भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त प्रेक्षकों की उपस्थिति में शांतिपूर्ण और पारदर्शी तरीके से पूरी की गई। इस दौरान 83 प्रत्याशी और 385 निर्वाचन अभिकर्ता शामिल हुए। आयोग के अनुसार, किसी भी मतदान केंद्र पर पुनर्मतदान (री-पोल) की आवश्यकता नहीं पाई गई।
EVM को त्रिस्तरीय सुरक्षा में रखा गया
मतदान में प्रयुक्त सभी EVM, कंट्रोल यूनिट और VVPAT मशीनों को संबंधित विधानसभा क्षेत्रों के स्ट्रॉन्ग रूम में सील कर त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के साथ सुरक्षित रखा गया है। 24 घंटे CCTV निगरानी की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई है। मॉक पोल के दौरान खराब पाई गई मशीनों को आयोग के निर्देशानुसार अलग स्ट्रॉन्ग रूम में रखा गया है।
उम्मीदवार कर सकेंगे निगरानी
चुनाव आयोग ने सभी प्रत्याशियों को सूचित किया है कि वे अपने प्रतिनिधियों को स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा निगरानी हेतु नियुक्त कर सकते हैं। उन्हें सुरक्षा परिधि के बाहर से निगरानी की अनुमति दी गई है। साथ ही CCTV डिस्प्ले की सुविधा भी प्रत्याशियों और उनके प्रतिनिधियों के लिए उपलब्ध कराई गई है।
14 नवंबर को होगी मतगणना
चुनाव आयोग ने बताया कि पहले चरण में मतदान शांतिपूर्ण और व्यवस्थित रहा। सभी केंद्रों पर वेबकास्टिंग की प्रभावी व्यवस्था के कारण मतदान प्रक्रिया में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित हुई। महिलाओं, युवाओं, वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांग मतदाताओं की भागीदारी भी उल्लेखनीय रही। दिव्यांग मतदाताओं के लिए व्हीलचेयर, रैंप और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गईं।
मतगणना की तिथि 14 नवंबर, 2025 निर्धारित की गई है। आयोग ने कहा कि EVM-VVPAT मशीनें सभी मतदान केंद्रों पर सुचारु रूप से कार्यरत रहीं और कहीं से कोई तकनीकी बाधा की सूचना नहीं मिली।