बिहार विधानसभा अध्यक्ष के रूप में डॉ. प्रेम कुमार का नाम फाइनल हो गया है। इससे पहले ‘अमर उजाला’ ने बताया था कि इस पद को लेकर जनता दल यूनाइटेड और भाजपा के बीच कोई विवाद नहीं है। सोमवार को बिहार विधानसभा के विशेष सत्र के पहले दिन, प्रोटेम स्पीकर के सामने तेजस्वी यादव ने पहले शपथ ली और उसके बाद मंत्रियों और विधायकों की शपथ संपन्न हुई। इसी क्रम में डॉ. प्रेम कुमार ने विधायक के रूप में शपथ लेने के बाद अब एनडीए के प्रत्याशी के तौर पर विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल कर दिया।
नामांकन के बाद डॉ. प्रेम कुमार ने कहा कि एनडीए नेतृत्व और पार्टी ने मुझ पर भरोसा जताया है। उनके निर्देश के बाद मैंने अपना नामांकन कराया है। कल परिणाम घोषित होगा। उन्होंने सभी का धन्यवाद करते हुए कहा कि नवीं बार विधायक चुने जाने पर जनता जनार्दन का भी आभार व्यक्त करता हूं।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में एनडीए के पांच दलों को मिलाकर कुल 202 सीटें मिली थीं, जबकि विपक्षी महागठबंधन ने कांग्रेस समेत 35 सीटें हासिल कीं। असद्दुदीन ओवैसी की पार्टी के पांच और मायावती की बहुजन समाज पार्टी का एक विधायक भी निर्वाचित हुआ। कुल मिलाकर विपक्ष के पास 41 विधायक हैं। पिछली बार की तरह फजीहत से बचने के लिए महागठबंधन ने विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए कोई प्रत्याशी नहीं उतारा।
विशेष सत्र के पहले दिन विधायकों को बारी-बारी शपथ दिलाई गई। पहले मंत्रियों ने शपथ ली, इसके बाद डॉ. प्रेम कुमार, तेजस्वी यादव और फिर अन्य विधायकों की शपथ संपन्न हुई। तेजस्वी यादव विपक्ष के नेता के रूप में पहले से तय हैं।