पश्चिम बंगाल में बाबरी मस्जिद के निर्माण को लेकर राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है। बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने रविवार को कहा कि किसी भी धर्म के लिए मस्जिद या मंदिर बनाना संविधानिक अधिकार है, लेकिन देश की सांप्रदायिक और सामाजिक स्थिरता को भंग करने का कोई अधिकार किसी को नहीं है।
जायसवाल ने कहा कि देश में गंगा-जमुनी संस्कृति और मजबूत लोकतंत्र को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करने वाले सफल नहीं हो सकते। उन्होंने स्पष्ट किया कि मस्जिद बनाना किसी की आस्था का हिस्सा है, लेकिन इसका इस्तेमाल देश में अशांति फैलाने के लिए नहीं होना चाहिए।
बीजेपी नेता की यह प्रतिक्रिया तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के निलंबित विधायक हुमायूं कबीर द्वारा मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद की आधारशिला रखने के एक दिन बाद आई। कबीर ने कहा था कि वह केवल संवैधानिक अधिकार के तहत पूजा स्थल का निर्माण कर रहे हैं और कोई असंवैधानिक कार्य नहीं कर रहे। उन्होंने जोड़ते हुए कहा था, “जैसे कोई भी मंदिर या चर्च बना सकता है, वैसे ही मैं भी मस्जिद बना सकता हूं।”
इस कदम को लेकर राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर तीखी आलोचना हो रही है, और अब मामला केंद्र और राज्य की सियासी बहस का हिस्सा बन गया है।