दरभंगा जिले की अलीनगर विधानसभा सीट से भाजपा को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के विधायक मिश्रीलाल यादव ने शनिवार को औपचारिक रूप से भाजपा से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने पार्टी नेतृत्व पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा अब पिछड़ों का सम्मान नहीं करती और शीर्ष नेतृत्व घमंड में लिप्त है। मिश्रीलाल ने पत्रकारों से कहा, “जनता इन्हें सबक सिखाएगी। मैं ऐसे दल में नहीं रह सकता, जहां मेरे स्वाभिमान की कोई कद्र नहीं है। मुझे लगातार प्रताड़ित किया गया।”

विधायक ने यह भी स्पष्ट किया कि वह अलीनगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे और जीतने का पूरा भरोसा रखते हैं। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि आगामी चुनाव में वे किस पार्टी से मैदान में उतरेंगे। उन्होंने कहा, “मैं एक सेकुलर सोच रखने वाला व्यक्ति हूं, इसलिए संभव है कि किसी सेकुलर पार्टी का हिस्सा बनूं, लेकिन फिलहाल कोई फैसला नहीं लिया गया है।”

मिश्रीलाल यादव की राजनीतिक यात्रा विवादों से भी जुड़ी रही है। उन्हें 27 मई को एक पुराने मारपीट के मामले में दो साल की सजा सुनाई गई थी, जिसके कारण उनकी विधानसभा सदस्यता 20 जून को समाप्त हो गई थी। हालांकि हाईकोर्ट ने 18 जुलाई को सदस्यता रद्द करने के मामले को निरस्त कर दिया और उन्हें पहले ही जमानत मिल चुकी थी।

2020 के विधानसभा चुनाव में मिश्रीलाल यादव ने अलीनगर से मुकेश सहनी की पार्टी, विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के टिकट पर चुनाव लड़ा था। उस समय वीआईपी एनडीए का हिस्सा थी, लेकिन 2022 में पार्टी टूटने के बाद मिश्रीलाल यादव समेत तीन विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे। हाल ही में उन्हें राष्ट्रीय जनता दल के कुछ नेताओं के साथ देखा गया था, लेकिन उन्होंने इसे खारिज करते हुए भाजपा में बने रहने की बात कही थी।