बिहार: महागठबंधन और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के बीच लंबे समय से जारी सीट बंटवारे को लेकर चल रही खटपट अब खत्म हो गई है। वीआईपी के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने नाराजगी दूर कर ली है और उनकी पार्टी अब 15 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसके अलावा महागठबंधन ने उन्हें एक एमएलसी की सीट देने का आश्वासन भी दिया है।

सहनी की नाराजगी का मुख्य कारण था कि आरजेडी ने उनकी पसंदीदा सिमरी बख्तियारपुर सीट पर पहले ही टिकट जारी कर दी थी और इसे बदलने से इंकार कर दिया था। अब सहनी गौरा बौराम (दरभंगा) सीट से नामांकन दाखिल करेंगे। इस सीट पर आरजेडी का सिंबल पहले से था, लेकिन अब यह वापस ले लिया जाएगा। यदि सरकार बनती है, तो उपमुख्यमंत्री पद पर निर्णय बाद में लिया जाएगा।

सहनी की नाराजगी तब बढ़ गई थी जब महागठबंधन ने उन्हें केवल 9 सीटों का ऑफर दिया था। इतना ही नहीं, बुधवार को सहनी ने तेजस्वी यादव की बैठक से भी दूरी बना ली थी। उन्होंने कहा था कि अगले एक-दो दिन में सीटों का बंटवारा तय हो जाएगा।

इस बीच, बीजेपी ने इस सियासी घटनाक्रम पर तंज कसा। बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने आरोप लगाया कि महागठबंधन ने मुकेश सहनी का अपमान किया है। उनका कहना है कि वीआईपी अध्यक्ष सिर्फ एक नेता नहीं, बल्कि मल्लाह और निषाद समाज की आवाज हैं और उनके साथ हो रहे व्यवहार से समाज का अपमान हो रहा है। जायसवाल ने चेतावनी दी कि चुनाव में यह अपमान जनता द्वारा जवाब दिया जाएगा।

इस प्रकार, महागठबंधन और वीआईपी के बीच सीट बंटवारे को लेकर विवाद समाप्त हुआ और मुकेश सहनी अब चुनाव में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं।