प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विधानसभा चुनाव 2025 की घोषणा के बाद पहली बार बिहार पहुंचे और समस्तीपुर में जनसभा से पहले भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर के गांव जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। समस्तीपुर सभा में मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सुशासन का श्रेय देते हुए एनडीए सरकार की उपलब्धियों और विपक्ष पर कटाक्ष किए। प्रस्तुत हैं सभा की 10 मुख्य बातें — समाचार पत्रकारिता के तऱीके से संक्षेप में:
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कर्पूरी ठाकुर को श्राद्धांजलि — प्रधानमंत्री ने जननायक कर्पूरी ठाकुर के गांव जाकर उन्हें नमन किया और कहा कि वे सामाजिक न्याय व गरीबों के उत्थान के प्रेरक रहे।
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सूबे में सुशासन की बात — मोदी ने नीतीश कुमार के नेतृत्व में सुशासन का हवाला देते हुए कहा कि यह सुशासन अब समृद्धि में बदला है और राज्य के हर कोने में विकास का काम चल रहा है।
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GST और वित्तीय लाभ — उन्होंने जीएसटी से मिलने वाली छूट और उससे हुई बचत का जिक्र कर केंद्र की नीतियों से मिलने वाले सरकारी संसाधनों पर जोर दिया।
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सामान्य वर्ग एवं आरक्षण नीति — प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र ने सामान्य वर्ग और पिछड़ों के लिए विशेष योजनाएँ लागू की हैं और आरक्षण के मामलों में भी कदम उठाए गए हैं, विशेषकर अनुसूचित जाति-जनजाति और ओबीसी लाभों का उल्लेख किया।
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सामाजिक सेवाएँ व विकास सुविधाएँ — मुफ्त इलाज, नल का जल, बिजली-गैस जैसी बुनियादी सुविधाओं का हवाला देते हुए मोदी ने कहा कि एनडीए सरकार इन सुविधाओं का विस्तार कर रही है।
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विपक्ष पर तंज — रैलियों में विपक्ष विशेषकर राजद और कांग्रेस पर घोटालों व नैतिकता के आरोप लगाए गए; मोदी ने कहा कि कुछ लोग घोटालों के आरोप में जमानत पर हैं और जननायक की पदवी की नकल कर रहे हैं।
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चुनावी जीतों का उल्लेख — मोदी ने हाल की कुछ राज्यों में मिली एनडीए की जीतें और गुजरात के रिकॉर्ड को उद्धृत कर बिहार में भी एनडीए को भारी सफलता का भरोसा जताया।
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इंफ्रास्ट्रक्चर व निवेश — समस्तीपुर–पूर्णिया सड़क, दरभंगा व पूर्णिया हवाई सेवाओं के संदर्भ देकर प्रधानमंत्री ने कहा कि निवेश का माहौल बन रहा है और कंपनियाँ आने लगी हैं; युवाओं के लिए स्टार्टअप संभावनाएँ बढ़ेंगी।
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कृषि व स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा — मखाना व मछली उत्पादन में वृद्धि का हवाला देते हुए कहा गया कि किसान-मत्स्य पालन को सस्ता ऋण और सरकारी समर्थन दिया जा रहा है, जिससे उत्पादकता व बाजार दोनों बेहतर हुए हैं।
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सुरक्षा व माओवादी चुनौती — मोदी ने बिहार में माओवादी असर घटने का दावा करते हुए कहा कि 2014 के बाद इस खतरे को काफी हद तक पीछे छोड़ा गया है और केंद्र-राज्य मिलकर law-and-order मजबूत कर रहे हैं। साथ ही विपक्षी गठबंधनों पर चेतावनी भी दी गई कि वे पुराने दौर लौटाने की कोशिश कर रहे हैं।
रैली में प्रधानमंत्री ने बार-बार यह संदेश दिया कि एनडीए का फोकस विकास व समावेशी नीतियों पर है तथा बिहार को नई प्रगति दिशा में आगे बढ़ाने का संकल्प है।