भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को बिहार संगठन के नए अध्यक्ष का ऐलान कर दिया। दरभंगा से विधायक संजय सरावगी को राज्य भाजपा की कमान सौंपी गई है। वे दिलीप जयसवाल की जगह लेंगे। यह निर्णय राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नबीन के नाम की घोषणा के एक दिन बाद लिया गया।
संजय सरावगी दरभंगा शहरी क्षेत्र से लगातार पांच बार चुनाव जीतते आए हैं। वे पहले भी बिहार सरकार में मंत्री रह चुके हैं और 2025 में फिर से अपनी सीट से विजयी हुए।
संजय सरावगी के बारे में:
संजय सरावगी का जन्म 1969 में हुआ था। उन्होंने ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय से एमए तक की पढ़ाई की है। उनकी राजनीतिक शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से हुई। 2003 में वे नगर निगम वार्ड नंबर 6 से पार्षद बने। फरवरी और अक्टूबर 2005 में तथा 2010 में उन्होंने दरभंगा से निकटतम राजद उम्मीदवार को हारकर विधायक पद जीता।
2015 में महागठबंधन के पूर्व मेयर ओमप्रकाश खेरिया को हराया। अप्रैल 2018 में उन्हें प्रकल्प समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। 2020 में उन्होंने राजद उम्मीदवार अमरनाथ गामी को भारी मतों से हराया।
संजय सरावगी व्यवसायिक पृष्ठभूमि से हैं। उनके पिता का नाम परमेश्वर लाल है। उनकी पत्नी शोभा गृहणी हैं। विधानसभा में राजद विधायक भाई वीरेंद्र के साथ मतभेदों के बाद उन्हें भाजपा का फायरब्रांड विधायक माना जाने लगा। उन्होंने महाराष्ट्र और दिल्ली विधानसभा चुनावों में भी पार्टी के प्रचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
भाजपा ने अब उन्हें राज्य संगठन की कमान सौंपते हुए आगामी चुनाव और विकास परियोजनाओं में जिम्मेदारी दी है। दरभंगा में एम्स के शिलान्यास और भागलपुर में प्रधानमंत्री के दौरे की तैयारियों में भी उनकी भूमिका अहम मानी जा रही है।