चंडीगढ़: कांटे के मुकाबले में कांग्रेस ने मारी बाजी, मनीष तिवारी 2580 वोटों से जीते

चंडीगढ़ लोकसभा सीट से कांग्रेस ने बड़ी जीत हासिल की है. कांग्रेस उम्मीदवार मनीष तिवारी ने चंडीगढ़ लोकसभा सीट जीत ली है. चंडीगढ़ लोकसभा सीट पर कांटे की टक्कर में कांग्रेस उम्मीदवार मनीष तिवारी ने बीजेपी उम्मीदवार संजय टंडन को 2580 वोटों से हरा दिया है. इस बार के लोकसभा चुनाव में मनीष तिवारी को 216657 वोट हासिल हुए जबकि संजय टंडन को 214153 वोट हासिल हुए हैं. तीसरे नंबर पर रहीं रितु सिंह को मात्र 6708 वोट ही हासिल हुए हैं.हरियाणा और पंजाब की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में आखिरी चरण में 1 जून को मतदान किया गया था.

पूरी दुनिया में चंडीगढ़ ब्यूटीफुल सिटी नाम से मशहूर है. यहां के चुनाव सीधे तौर पर दो राज्यों को प्रभावित करते हैं जिनमें हरियाणा और पंजाब दोनों शामिल हैं. यह देश के केंद्र शासित राज्यों में से एक है. 1 जून को हुए मतदान में 62.80% मतदाताओं ने वोट किया था. वहीं कुल मतदाताओं की बात करें तो चंडीगढ़ में 6,59,804 मतदाता हैं जिनमें से 3,41,544 पुरुष और 3,18,226 महिलाएं शामिल हैं.

2014 और 2019 में बीजेपी ने मारी थी बाजी

2019 के चुनाव में यहां से फिल्म अभिनेत्री किरण खेर ने बीजेपी से चुनाव लड़ा था. जबकि उनके सामने कांग्रेस से पवन कुमार बंसल ने चुनाव लड़ा. इस चुनाव में किरण खेर को 2,31,188 वोट मिले थे जबकि पवन बंसल को सिर्फ 1,84,218 वोटों से ही संतोष करना पड़ा था. चुनाव में किरण खेर ने शानदार जीत दर्ज की थी. वहीं 2014 की बात की जाए तो बीजेपी और कांग्रेस से वहीं उम्मीदवार मैदान में थे, लेकिन इस चुनाव में मामला त्रिकोणीय हो गया था. क्योंकि, फिल्म अभिनेत्री गुल पनाग यहां से आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ी थीं. हालांकि इस चुनाव में भी किरण खेर ने बाजी मारी थी.

क्या हैं समीकरण?

1967 में लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के रूप में उभरा चंडीगढ़ का इतिहास करीब 8 हजार साल पुराना बताया जाता है. इस शहर के बारे में जानकारी बताते हैं कि यहां पर दुनिया की सबसे पहली उन्नत संस्कृति हड़प्पा के लोग यहां रहते थे. हालांकि इस शहर को बसाने की नींव 1947 में डाली गई थी. 1967 में इस लोकसभा में पहली बार लोकसभा चुनाव कराए गए थे.

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