बीजापुर (छत्तीसगढ़): जिले के नेशनल पार्क क्षेत्र में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ में छह खतरनाक नक्सली मारे गए हैं। इन नक्सलियों पर 27 लाख रुपये के इनाम घोषित थे। यह कार्रवाई डीआरजी बीजापुर, डीआरजी दंतेवाड़ा और एसटीएफ की संयुक्त टीमों ने की।

मुठभेड़ कांदुलनार, कचलारम और गुज्जाकोंटा के जंगलों में हुई, जहाँ सुरक्षाबलों को लगभग 50-60 नक्सलियों के एक बड़े समूह की मौजूदगी की जानकारी मिली थी। अभियान 11 नवंबर को सुबह करीब 10 बजे शुरू हुआ और दो दिनों तक जारी रहा।

मारे गए नक्सलियों में डीवीसीएम कन्ना उर्फ बुचन्ना, डीवीसीएम उर्मिला, डीकेएसजेडसीएम पापाराव और अन्य प्रमुख सदस्य शामिल हैं। डीवीसीएम कन्ना, मद्देड़ एरिया कमेटी का प्रभारी, पिछले एक दशक से कई हमलों में शामिल था। डीवीसीएम उर्मिला पामेड़ एरिया कमेटी की सचिव और पीएलजीए बटालियन की रसद व्यवस्था की जिम्मेदार थी।

सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक सामग्री बरामद की है। बरामदगी में इंसास राइफल, 9 एमएम कार्बाइन, .303 रायफल, 12 बोर की बंदूक, हैंड ग्रेनेड, रेडियो, स्कैनर और माओवादी साहित्य शामिल हैं।

बीजापुर एसपी डॉ. जितेन्द्र कुमार यादव ने बताया कि इस साल अब तक 144 नक्सली मुठभेड़ में मारे गए हैं, 499 गिरफ्तार हुए और 560 ने आत्मसमर्पण किया। जनवरी 2024 से अब तक कुल 202 नक्सली ढेर, 1002 गिरफ्तार और 749 ने आत्मसमर्पण किया है।

इस मुठभेड़ को सुरक्षाबलों के लिए बड़ी कामयाबी के रूप में देखा जा रहा है। मारे गए नक्सलियों पर हत्या, आगजनी, आईईडी विस्फोट और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुँचाने जैसे गंभीर आरोप थे। उनकी मौत से क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों पर अंकुश लगाने और उनके नेटवर्क को कमजोर करने की उम्मीद जताई जा रही है।