मणेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर (MCB) जिले के चिरमिरी SECL ओपन कास्ट खदान में मंगलवार को एक अप्रत्याशित ब्लास्ट हुआ, जिसमें आठ मजदूर घायल हो गए। घायल श्रमिकों को तुरंत इलाज के लिए रीजनल अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना की जानकारी मिलते ही रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि धमाका इतना तेज था कि पास खड़े बारूद वाहन और एक अन्य गाड़ी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।
खनन कार्य के दौरान ब्लास्ट
पुलिस के अनुसार, यह हादसा उस समय हुआ जब कोयला मजदूर भूमिगत सुरंग में ब्लास्टिंग की तैयारी कर रहे थे। इसी दौरान बारूद अपने आप फट गया और खदान में अफरा-तफरी मच गई। इस समय खदान में पुरुष और महिला दोनों श्रमिक मौजूद थे। घटना में किसी की जान नहीं गई, इसलिए बड़ी दुर्घटना टल गई।
घायलों का अस्पताल में इलाज जारी
घायलों का रीजनल अस्पताल में इलाज चल रहा है। अधिकारियों ने बताया कि ब्लास्ट के बावजूद स्थिति नियंत्रण में रही और बड़ा नुकसान टल गया। घटनास्थल पर मौजूद एक श्रमिक ने बताया, “धमाका अचानक हुआ, बड़े-बड़े पत्थर गिरने लगे और गाड़ियां भी क्षतिग्रस्त हो गईं। समझ नहीं आया यह कैसे हुआ।”
प्रबंधन की लापरवाही की आशंका
श्रमिक नेताओं ने कहा कि कहीं न कहीं प्रबंधन की लापरवाही के कारण यह घटना हुई। संभावना जताई जा रही है कि जहां बारूद रखा गया था, वहां की जमीन गर्म होने के कारण ब्लास्ट हुआ होगा।
अधिकारी अस्पताल पहुंचे
घटना की जानकारी मिलते ही SECL के मुख्य महाप्रबंधक अशोक कुमार, चिरमिरी नगर निगम के महापौर रामनरेश राय और छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल अस्पताल पहुंचे और घायल मजदूरों का हाल-चाल जाना।
इस घटना ने क्षेत्र में ओपन-कास्ट खदानों में सुरक्षा प्रोटोकॉल को कड़ा करने की आवश्यकता को स्पष्ट कर दिया है।