जैश-ए-मोहम्मद की महिला विंग की कथित कमांडर डॉ. शाहीन सईद से जुड़े जांच में फरीदाबाद पुलिस ने गुरुवार को उनकी दूसरी कार अल-फलाह यूनिवर्सिटी परिसर से बरामद की। यह कार ब्लॉक नंबर 15, फ्लैट 32 में पाई गई, जिसे डॉ. शाहीन ने सितंबर 2025 में खरीदा था। जम्मू-कश्मीर पुलिस से मिले इनपुट के बाद यूनिवर्सिटी और आसपास के क्षेत्र को सील कर बम निरोधक दस्ते की मदद से कार की जांच की गई।
पहली कार बरामदगी का ब्यौरा
डॉ. शाहीन की पहली कार 8 नवंबर को बरामद की गई थी, जो डॉ. मुज्जमिल अहमद गनेई उर्फ मुसैब के इस्तेमाल में थी। इस कार में क्रिनकॉव राइफल, पिस्टल, मैगजीन और गोलियां मिली थीं। जांच में सामने आया कि दोनों ही कारों का इस्तेमाल विस्फोटक सामग्री लाने और छिपाने के लिए किया गया।
फरीदाबाद से खरीद और दस्तावेज
दोनों कारों की खरीद फरीदाबाद के रॉयल कार जोन से ओएलएक्स के माध्यम से हुई थी। कार खरीदने वाले व्यक्तियों ने आधार और पैन कार्ड के जरिए अपने दस्तावेज जमा किए, जिसमें पुलवामा, जम्मू-कश्मीर का पता दर्ज था। रॉयल कार जोन के मालिक अमित पटेल ने बताया कि कार का पॉल्यूशन सर्टिफिकेट एक्सपायर हो गया था, इसलिए इसे पास के पेट्रोल पंप में नवीनीकृत कराया गया। कार खरीदार ऑटो में आए और वाहन लेकर चले गए।
सुरक्षा और आगे की जांच
पुलिस ने कहा कि बम निरोधक दस्ते की क्लियरेंस मिलने के बाद ही कार को जब्त कर आगे की जांच में लिया जाएगा। जांच एजेंसियां इस मामले को दिल्ली में हुए हालिया ब्लास्ट से जोड़कर देख रही हैं।