हिमाचल प्रदेश में मानसून के सक्रिय होते ही बुधवार को भारी बारिश ने कई क्षेत्रों में तबाही मचाई। राज्य के कुल्लू, बंजार, सैंज और मणिकर्ण सहित कई इलाकों में बादल फटने और अचानक आई बाढ़ की घटनाएं दर्ज की गईं। मौसम विभाग की ओर से जारी ऑरेंज अलर्ट के बीच कुल्लू के सैंज के जीवानाला, मनाली के स्रो गैलरी, बंजार के होरनगाड़ और गड़सा के शिल्लागढ़ में बादल फटने की पुष्टि की गई है। इसके साथ ही गड़सा घाटी के हुरला, पंचा और मनिहार नालों, मणिकर्ण के ब्रह्मगंगा व कुथी काकड़ी नालों में बाढ़ की स्थिति बनी रही।
जीवानाला में बिजली परियोजना बह गई, पुलिया और मकानों को नुकसान
सैंज घाटी के जीवानाला में बादल फटने से एक मेगावाट की जल विद्युत परियोजना बह गई, जबकि सैंज बाज़ार मार्ग भी क्षतिग्रस्त हो गया। इस घटना में एक जीप बहने और चार मकानों के क्षतिग्रस्त होने की जानकारी है। वहीं तीन लोग, जो घर से सामान निकाल रहे थे, बाढ़ में बह गए। रैला बिहाल से लारजी तक सात से अधिक पुलियां बहने की खबर है। प्रशासन की ओर से राहत और बचाव कार्य जारी है।
बंजार और गड़सा में पुल और स्कूल क्षतिग्रस्त, गोशाला भी ढही
बंजार के होरनगाड़ में बाढ़ से एक छोटा पुल और एक वाहन बह गया। क्षेत्र की एक गोशाला पूरी तरह नष्ट हो गई और प्राथमिक विद्यालय में मलबा घुस गया। गड़सा घाटी में भी कई पैदल पुल और पुलियाएं पानी में बह गईं। कुल्लू प्रशासन ने एनडीआरएफ की टीम के साथ मिलकर सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है।
कांगड़ा के थुरल में जलभराव से दुकानें बंद, सड़क बनी तालाब
कांगड़ा जिले के थुरल कस्बे में दो घंटे की मूसलधार बारिश के चलते मुख्य बाज़ार में पानी भर गया। लोअर बाज़ार की कई दुकानें बंद करनी पड़ीं। सड़क पर भरे पानी और नालियों से बहते गंदे पानी ने राहगीरों और दुकानदारों को परेशानी में डाल दिया।
लाहौल घाटी में 25 पर्यटक फंसे, कई सड़कें अवरुद्ध
जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में क्योटो और चिचम लिंक रोड पर अचानक आई बाढ़ से 20 से 25 पर्यटक फंस गए हैं। काजा से समदो मार्ग भी भूस्खलन और नालों में बाढ़ के कारण अवरुद्ध हो गया है। प्रशासन ने स्थानीय लोगों और पर्यटकों को इस मार्ग से यात्रा न करने की हिदायत दी है। पर्यटकों को सुरक्षित निकालने के प्रयास तेज़ किए गए हैं।
बलाधी में पुलिया बहने से गांव का संपर्क कटा
मणिकर्ण घाटी के बलाधी गांव में पार्वती नदी का जलस्तर बढ़ने से अस्थायी पुलिया बह गई, जिससे गांव का संपर्क पूरी तरह कट गया है। वर्ष 2024 की आपदा के बाद ग्रामीणों ने इस पुलिया का निर्माण स्वयं किया था।
1 जुलाई तक बारिश का पूर्वानुमान, 5 जिलों में बाढ़ का खतरा
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार, प्रदेश में 1 जुलाई तक हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान है। 25 से 27 जून तक अधिकांश क्षेत्रों में बारिश की संभावना है जबकि 28 जून से 1 जुलाई तक कई स्थानों पर वर्षा हो सकती है। 25 जून को ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, कांगड़ा, मंडी, सोलन और सिरमौर जिलों में भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। शिमला और कुल्लू जिलों में येलो अलर्ट है। अगले 24 घंटों में चंबा, मंडी, कांगड़ा, शिमला और सिरमौर जिलों के कुछ जलग्रहण क्षेत्रों में बाढ़ की आशंका जताई गई है।
पुलिस मुख्यालय ने जारी की एडवाइजरी, आपात दल अलर्ट पर
प्रदेश पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों को सतर्क करते हुए एडवाइजरी जारी की है। एसपी को आपातकालीन प्रतिक्रिया दल सक्रिय रखने के निर्देश दिए गए हैं। लोगों को पहाड़ों और नदी-नालों के पास न जाने तथा अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी गई है। संवेदनशील क्षेत्रों की निगरानी, हेल्पलाइन नंबर 112 और पुलिस चौकियों के नंबर आमजन के साथ साझा करने के निर्देश दिए गए हैं। जल क्रीड़ा गतिविधियों पर कुल्लू, ऊना और बिलासपुर में रोक लगा दी गई है।
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