विधानसभा चुनाव के पहले ही प्रदेश का सियासी पारा गर्मा गया है। बुधवार को पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी दौरे को लेकर उनके पिता स्व. दामोदर दास मोदी को लेकर विवादित बयान दे दिया। इसके बाद भाजपा नेता यादव पर भड़क उठे। उन्हें नसीहत देने के साथ ही कांग्रेस के संस्कारों को लेकर कड़ी निंदा व आलोचना की।
दरअसल बुधवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी रहे बैजनाथ यादव, विनय यादव, मीरा सिंह ने भोपाल पहुंचकर कांग्रेस की सदस्यता ले ली। कांग्रेस दफ्तर में हुए इस कार्यक्रम में सीएम कमलनाथ दिग्विजय सिंह और कांग्रेस नेता अरुण यादव ने उन सभी को कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करवाई। इसी दौरान मीडिया से बात करते हुए अरुण यादव ने एक विवादित बयान दे दिया। यादव ने प्रदेश में भाजपा के बड़े नेताओं के आने के सवाल पर प्रतिक्रिया देते कहा कि मध्य प्रदेश में कोई भी आ जाए, चाहे मोदी जी आएं और उनके ऊपर कोई हो चाहे वो आ जाएं, नड्डा जी आ ही रहे हैं चल ही रहा है, मोदी जी के पिताजी भी आना चाहें तो आ जाएं, हमें कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन मध्य प्रदेश में कांग्रेस की बदलाव की बयार है, जो कि स्पष्ट हमें नजर आ रही है।
कांग्रेस की ये मोहब्बत की दुकान है : सीएम
यादव के बयान की कड़ी आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस नेता अरुण यादव द्वारा प्रधानमंत्री जी के स्वर्गीय पिता पर जो अभद्र टिप्पणी की गई है, वह उनकी स्तरहीन मानसिकता की प्रतीक है। यही कांग्रेसी कल्चर और इनकी मोहब्बत की दुकान है। सीएम ने कहा कि मोदी जी देश का मान और देशवासियों का स्वाभिमान हैं। कांग्रेस रसातल में जा रही है और जब देश के यशस्वी व लोकप्रिय प्रधानमंत्री जी का सीधे मैदान में मुकाबला नहीं कर पा रही है, तो अभद्र और असभ्य भाषा पर उतर आई है। अरुण यादव ने राजनैतिक मर्यादाएं तार-तार की हैं, आपके बयान से मध्य प्रदेश शर्मिंदा है। अरुण जी आपकी और कांग्रेस की इस कुंठा का जवाब मध्य प्रदेश की जनता देगी।
ओछी शब्दावली से सुभाष यादव भी दुखी होंगे : वीडी
अरुण यादव के बयान पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने पलटवार करते हुए कहा कि अरुण यादव द्वारा प्रधानमंत्री जी के स्वर्गीय पिता के लिए इस प्रकार के फूहड़ शब्दों का उपयोग करना, यह अत्यंत दुर्भाग्यजनक है। यह भाजपा केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का अपमान नहीं है। देश की एक सौ चालीस करोड़ जनता का अपमान है। शर्मा ने कहा कि अरुण यादव जी की ओछी शब्दावली से उनके पिता स्व. सुभाष यादव जी भी दु:खी होंगे कि मैंने तो ये संस्कार अरुण यादव को नहीं दिए थे। वीडी शर्मा ने कहा कि हम सुभाष यादव जी का भी सम्मान करते है। क्योंकि हम मोदी जी ने संस्कार दिए हैं। आपको आपके नेता राहुल गांधी ने यह संस्कार दिए होंगे। इस प्रकार की भाषा से यह सिद्ध होता है कि कांग्रेस का चरित्र क्या है? कांग्रेस के संस्कार क्या है? अरुण यादव जी आपको देश की 140 करोड़ जनता से माफी मांगनी चाहिए।
इटली के वंशज की सरपरस्ती वाली भाषा : मिश्रा
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा बोले कि कांग्रेस संस्कार विहीन पार्टी है। अरुण जी को उनके पिता स्व. सुभाष यादव जी ने संस्कार देने में कोई कमी रख दी। उनके पुत्र की भाषा ऐसी नहीं हो सकती। यह इटली के वंशज की सरपरस्ती वाली भाषा है। जो कभी प्रधानमंत्री को जहरीला सांप बोलते हैं। कभी मौत का सौदागर बोलते हैं। यह भाषा संस्कार विहीन है, जो संस्कार विहीन लोग बोलते हैं। यह भारत देश है, यहां तो स्वर्गीय होने पर पानी देने तक का संस्कारों में बताया गया है। आप जो इटली के वंशजों की भाषा बोल रहे हो यह वास्तव में निंदनीय कृत्य है।
अमर्यादित टिप्पणी : पाटिल
खंडवा सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने अरुण यादव के इस बयान की निंदा करते हुए कहा कि कांग्रेस के ही यह संस्कार हो सकते हैं। जो अरुण यादव इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं। भाजपा में इस तरह के संस्कार नहीं की किसी व्यक्ति को इस तरह अपमानित किया जाए। उन्होंने कहा कि हमारे संस्कार पंडित दीनदयाल उपाध्याय, श्यामा प्रसाद मुखर्जी और अटल बिहारी वाजपेई से मिलते हैं। अरुण यादव ने जिस तरह से माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिता जी को लेकर कहा है। वह बहुत ही अमर्यादित है।