ग्वालियर। मुरार थाना क्षेत्र के मोहनपुर गांव में 1 नवंबर को घर के बाहर से अपहरण किए गए चार साल के मासूम रितेश का 15 दिन बीत जाने के बावजूद अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है। पुलिस की 500 से अधिक जवानों, डॉग स्क्वॉड, ड्रोन और तकनीकी उपकरणों से की गई तलाश भी असफल रही है।

मासूम की मां सपना का आरोप है कि पुलिस बच्चों की तलाश में विफल रहने के बाद उनसे और उनके परिवार वालों से पूछताछ के दौरान मारपीट कर रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस थाने में उन्हें परेशान किया जा रहा है और उनके शरीर पर निशान भी हैं।

जानकारी के अनुसार, रितेश की मां अपने पति से अलग मायके में रह रही थीं। दोपहर के समय अज्ञात बदमाशों ने बच्चे को घर के बाहर से उठा लिया। घटना के बाद से ही मासूम की तलाश में परिजन और स्थानीय लोग जुटे हैं। पुलिस ने शुरुआती जांच के दौरान परिवार और आसपास के लोगों से पूछताछ की, लेकिन किसी भी सुराग का पता नहीं चला।

घटना स्थल के आसपास तीनों तरफ घना जंगल होने के कारण बच्चे की सुरक्षा की चिंता बढ़ गई है। पुलिस का अनुमान है कि यदि अपहरणकर्ता मौजूद है तो वह घर के पास ही घात लगाए बैठा होगा। वहीं अगर यह हादसा है तो पुलिस जंगल में लगातार तलाशी कर रही है।

ग्वालियर ASP अनु बेनीवाल ने कहा कि यह मामला पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण है। उन्होंने बताया कि हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं और बच्चे की सुरक्षा के लिए परिवार पर भी नजर रखी जा रही है। उनका कहना है कि पुलिस का लक्ष्य हर हाल में रितेश को सुरक्षित लौटाना है।