मुंबई। सेलिब्रिटी मैनेजर दिशा सालियान की मौत मामले में एसआईटी द्वारा किसी अनियमितता से इनकार किए जाने के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल तेज़ हो गई है। बॉम्बे हाईकोर्ट में मुंबई पुलिस की एसआईटी ने कहा कि जांच में कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई, जिसके बाद शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के पुत्र नितीश राणे और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सहित भाजपा नेताओं से माफी की मांग की है।
संजय राउत ने कहा, “अब जबकि जांच में कोई संदेह नहीं पाया गया, इन नेताओं को आदित्य ठाकरे से माफी मांगनी चाहिए, क्योंकि उन्हें बेवजह इस मामले में घसीटा गया।”
राहत की बात: आदित्य ठाकरे पहुंचे हाईकोर्ट
शिवसेना (यूबीटी) विधायक आदित्य ठाकरे भी बुधवार को बॉम्बे हाईकोर्ट पहुँचे और दिशा सालियान के पिता सतीश सालियान की याचिका का विरोध किया। इस याचिका में उन्होंने अपनी बेटी की मौत की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच की मांग की थी।
आदित्य ठाकरे की ओर से कहा गया कि इस मामले की जांच सीबीआई, महाराष्ट्र पुलिस और बिहार पुलिस द्वारा की जा चुकी है और अब तक किसी अनियमितता के प्रमाण सामने नहीं आए हैं। उन्होंने कोर्ट से याचिका को खारिज करने की अपील की, यह कहते हुए कि यह केवल जांच में हस्तक्षेप का माध्यम है।
एनसीपी नेता रोहित पवार का बयान
एनसीपी (शरद पवार गुट) के नेता रोहित पवार ने भी भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि आदित्य ठाकरे का इस घटना से कोई लेना-देना नहीं था और भाजपा नेताओं ने महज़ राजनीतिक लाभ के लिए उनका नाम इसमें जोड़ा।
एसआईटी ने कोर्ट में क्या कहा
एसआईटी के प्रमुख शैलेंद्र नागरकर ने अदालत में प्रस्तुत रिपोर्ट में कहा कि दिशा सालियान की मौत के बाद दर्ज आकस्मिक मृत्यु रिपोर्ट और पोस्टमार्टम में यौन उत्पीड़न या शारीरिक हमले के कोई संकेत नहीं मिले। दिशा की मां ने भी जांच के दौरान किसी पर संदेह नहीं जताया।
सतीश सालियान की ओर से पेश वकील ने यह तर्क रखा कि राज्य सरकार कोर्ट के आदेश का अनुपालन करने में विफल रही है और मुख्य सचिव द्वारा जवाबी हलफनामा दाखिल नहीं किया गया।
अब कोर्ट इस मामले में आगामी सुनवाई के दौरान याचिका पर विचार करेगा, जबकि राजनीतिक गलियारों में इसे लेकर बयानबाज़ी और आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।
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