राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार गुट) के प्रमुख शरद पवार ने रविवार को आरोप लगाया कि महाराष्ट्र की महायुति सरकार राज्य की सामाजिक एकता को कमजोर कर रही है। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से इस स्थिति का डटकर सामना करने की अपील की। एक कार्यक्रम में संबोधन के दौरान पवार ने दावा किया कि मौजूदा सरकार समाज में फूट डालने का काम कर रही है।

यह बयान ऐसे समय में आया है, जब ओबीसी, जनजातीय और बंजारा संगठनों ने आंदोलन की चेतावनी दी है। इन संगठनों की मांग है कि राज्य सरकार मराठा आरक्षण को लेकर जारी आदेश (जीआर) वापस ले। इनका कहना है कि हैदराबाद गजट के आधार पर मराठा समुदाय को कुनबी जाति प्रमाण पत्र और आरक्षण देने से एससी, एसटी और ओबीसी वर्गों के अधिकार प्रभावित होंगे।

‘जाति आधारित समिति पहली बार’

पवार ने कहा कि हैदराबाद गजट में विमुक्त, घुमंतू जनजातियों (वीजेएनटी) और बंजारा समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा दिया गया है और अब ये वर्ग भी आरक्षण की मांग कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मराठा और ओबीसी आरक्षण पर बनी कैबिनेट उप समितियों में केवल उन्हीं समुदायों के मंत्री शामिल हैं। उनके अनुसार, यह पहली बार है जब सरकार ने जाति और समुदाय के आधार पर समिति गठित की है।

‘जरांगे आंदोलन से कोई संबंध नहीं’

पवार ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि सरकार समस्याओं का समाधान नहीं चाहती और सामाजिक ढांचे को कमजोर कर रही है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि चाहे राजनीतिक कीमत चुकानी पड़े, लेकिन सामाजिक एकता पर समझौता नहीं होना चाहिए। मीडिया से बातचीत में पवार ने स्पष्ट किया कि उनका कार्यकर्ता मनोज जरांगे या उनके आंदोलन से कोई संबंध नहीं है।

‘राज्य में गहरी जातीय खाई’

पवार ने कहा कि राज्य के विभिन्न इलाकों में जाति और समुदायों के बीच गहरी खाई बन गई है, जो चिंताजनक है। उन्होंने अपनी पार्टी से किसान मोर्चे को मजबूत करने और खेती को नुकसान से बचाने के लिए नीतियां तैयार करने का आग्रह किया।

किसानों की आत्महत्या और विदेश नीति पर निशाना

पवार ने दावा किया कि पिछले आठ महीनों में राज्य में 1,186 किसानों ने आत्महत्या की है, जिनमें से 700 मामले विदर्भ और 820 मराठवाड़ा क्षेत्र के हैं। इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार की विदेश नीति की आलोचना की। पवार के अनुसार, अब भारत के पास कोई ठोस मित्र देश नहीं बचा है और अमेरिका अपनी शर्तों पर भारत को चला रहा है।

फडणवीस का पलटवार

पवार के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “सब जानते हैं कि पवार साहब किसके लिए मशहूर हैं। जब वह ‘एक्स’ कहते हैं तो उसका मतलब ‘वाई’ होता है। वो बड़े नेता हैं, मैं उनके बारे में और क्या कह सकता हूं।”