भारतीय किसान यूनियन एकता (उग्राहां) के बैनर तले पंजाब और हरियाणा के सैकड़ों किसान मंगलवार को टोहाना के लघु सचिवालय में धरना देने पहुंचे। यूनियन द्वारा टोहाना की एक फर्म द्वारा किसानों से करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी के विरोध में यह धरना प्रदर्शन किया गया। किसानों द्वारा रेल रोकने व पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली का घेराव करने का भी एलान किया गया। इसलिए पुलिस प्रशासन सतर्क रहा। जिले के तीन डीएसपी के साथ सात एसएचओ के नेतृत्व में भारी पुलिस बल तैनात किया गया।
इस दौरान डीएसपी शाकिर हुसैन ने किसानों की 11 सदस्यीय कमेटी के साथ बातचीत के बाद 10 दिन में कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद किसानों ने पंचायत मंत्री का घेराव व रेल रोकने का कार्यक्रम स्थगित कर दिया।
यूनियन के हरियाणा प्रधान अमरजीत सिंह और पंजाब के राज्य उपप्रधान जनक सिंह भुटाल ने बताया कि टोहाना की हुकुमचंद फर्म द्वारा किसानों के करोड़ों रुपये लेकर जाने का मामला सामने आया था। किसानों ने पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने हुकुमचंद व राजेश गोयल के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। मगर आरोपी हुकुमचंद के भाई रमेश गोयल व बेटे कपिल गोयल को केस से बाहर कर दिया। इससे किसानों में रोष फैल गया।
जिला प्रधान निर्भय सिंह ने बताया कि अनाज मंडी में फर्म हुकुम चंद के खिलाफ किसानों का धरना 5 दिसंबर से जारी है। आरोपी के बेटे कपिल व भाई रमेश की गिरफ्तारी की मांग जारी है। यदि कार्रवाई नहीं की गई तो आगे बड़ा फैसला लिया जाएगा। इस बारे में डीएसपी शाकिर हुसैन ने बताया कि किसानों से बातचीत करके आश्वासन दिया गया है कि उनकी मांग पर कार्रवाई की जाएगी तथा मुकदमें में धारा 409 को जोड़ा जाएगा, जिसके बाद किसान धरना स्थगित करके चले गए।