प्रयागराज में लोक सेवा आयोग के बाहर आंदोलन कर रहे छात्रों के साथ कथित दुर्व्यवहार को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी से जूझ रहे युवाओं के साथ जिस तरह की सख्ती और अपमानजनक व्यवहार किया गया, वह पूरी तरह अमानवीय है और सत्ता के अहंकार को दर्शाता है।

अखिलेश यादव ने कहा कि पढ़ाई कर रहे छात्र टकराव नहीं चाहते, बल्कि वे केवल निष्पक्ष और पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया की मांग कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रतियोगी परीक्षाओं की व्यवस्था में गंभीर खामियां हैं और चयन प्रक्रिया को लेकर भ्रष्टाचार के आरोप लगातार सामने आ रहे हैं। ऐसे में समाजवादी पार्टी इन अभ्यर्थियों के साथ खड़ी है और पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच के लिए विशेष जांच रिपोर्ट (एसआईआर) की मांग करती है।

सपा अध्यक्ष ने यह भी कहा कि मौजूदा सरकार के एजेंडे में युवाओं के लिए रोजगार प्राथमिकता नहीं है। चुनाव से पहले किए गए वादों को सरकार अब तक पूरा नहीं कर पाई है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा शासन में भ्रष्टाचार बढ़ा है और इसका सबसे अधिक असर पढ़े-लिखे बेरोजगार युवाओं पर पड़ रहा है।