अयोध्या। दीपोत्सव-2025 के सफल आयोजन के बाद सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या के निषाद और मलिन बस्तियों में पहुंचे और स्थानीय लोगों के साथ दिवाली का उत्सव मनाया। सीएम ने बच्चों को मिठाई, उपहार और फुलझड़ियां वितरित कीं, जबकि महिलाओं और बुजुर्गों को मिष्ठान और फलों की टोकरी भेंट की। उन्होंने कहा कि हर घर में दीप जलाना चाहिए, क्योंकि यह दीप अयोध्या का प्रतीक होगा और मां लक्ष्मी के आगमन का संदेश देगा।

कार्यक्रम की शुरुआत मुख्यमंत्री ने जय श्रीराम, भारत माता की जय और सरयू मैया की जय के उद्घोष से की। उन्होंने कहा कि त्रेतायुग से अयोध्या और निषादराज के बीच मित्रता कायम रही है, और दीपोत्सव के माध्यम से यह परंपरा आज भी जीवित है।

मुख्यमंत्री ने घर-घर जाकर मिठाइयां और उपहार बांटे। उन्होंने कहा कि दीपोत्सव का असली आनंद तभी आता है, जब लोग इसमें मिलकर हिस्सा लेते हैं। इस अवसर पर उन्होंने बस्ती की स्वच्छता की भी सराहना की और कहा कि स्वच्छता से स्वास्थ्य भी बना रहता है।

सीएम योगी ने आतिशबाजी के दौरान सावधानी बरतने की अपील की ताकि कोई हानि न पहुंचे। उन्होंने बच्चों को गोद में लेकर दुलार किया और परिवार के सदस्यों के साथ सेल्फी ली। इस दौरान लोगों में उनके प्रति गहरा स्नेह और सम्मान देखा गया।

मुख्यमंत्री ने मातगैड कोतवाल मंदिर में भी दर्शन और पूजन किया और प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही, महापौर गिरीश पति त्रिपाठी, विधायक वेदप्रकाश गुप्त, भाजपा के जिलाध्यक्ष संजीव सिंह और महानगर अध्यक्ष कमलेश श्रीवास्तव सहित अन्य नेता भी उपस्थित रहे।