उत्तर प्रदेश को ‘भारत का टेक्सटाइल हब’ बनाने की दिशा में प्रधानमंत्री मित्र पार्क अहम भूमिका निभा रहा है। लखनऊ और हरदोई में विकसित हो रहे इस पार्क में अब तक 5,000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं। आदित्य बिरला ग्रुप, अजूल डेनिमकार्ट और टीटीएल जैसी कंपनियों ने यहां उत्पादन इकाइयां स्थापित करने की इच्छा जताई है।
हैंडलूम और टेक्सटाइल विभाग की ओर से लगभग 100 औद्योगिक इकाइयों के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) किए जा चुके हैं। इन कंपनियों में देश-विदेश की बड़ी कंपनियां शामिल हैं, जो उत्तर प्रदेश को टेक्सटाइल उद्योग का नया केंद्र बनाने में योगदान देंगी। आदित्य बिरला ग्रुप ने 30 एकड़ भूमि पर स्पिनिंग और वीविंग यूनिट लगाने की योजना बनाई है।
वहीं, जीईएसएल स्पिनर्स 20 एकड़ में टेक्निकल टेक्सटाइल यार्न यूनिट स्थापित करेगा। अजूल डेनिमकार्ट 15 एकड़ में डेनिम फैब्रिक यूनिट, एसएवीएम इंक डी 25 एकड़ में गारमेंट मैन्युफैक्चरिंग, जियोसिस इंडिया 25 एकड़ में जियोग्रिड टेक्निकल टेक्सटाइल्स, और टीटी लिमिटेड 5 एकड़ में गारमेंट यूनिट लगाएगी।
इसके अलावा, आरजीआई मेडिटेक 2.5 एकड़ में सैनिटरी नैपकिन और डायपर्स यूनिट, वीडी ग्रुप 10 एकड़ में पॉलीप्रोपिलीन फैब्रिक यूनिट, माराल ओवरसीज 5 एकड़ में गारमेंट मैन्युफैक्चरिंग और ओखला गारमेंट एंड टेक्सटाइल क्लस्टर 125 एकड़ में गारमेंट हब स्थापित करेगा।
रोजगार के अवसर और निवेश का अनुमान
पीएम मित्र पार्क परियोजना कुल 1,000 एकड़ में विकसित की जा रही है, जिसमें लखनऊ में 730 और हरदोई में 270 एकड़ भूमि शामिल है। पार्क के निर्माण के बाद 10,000 करोड़ रुपये से अधिक निवेश की संभावना है, जिससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से एक लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। पार्क के संचालन और प्रबंधन के लिए ‘पीएम मित्र पार्क उत्तर प्रदेश लिमिटेड’ नामक एसपीवी का गठन किया गया है, जिसमें उत्तर प्रदेश सरकार की 51 प्रतिशत और भारत सरकार की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी।
बेहतर कनेक्टिविटी ने बढ़ाया निवेशकों का उत्साह
पार्क की लोकेशन निवेशकों के लिए आकर्षक है। लखनऊ एयरपोर्ट से इसकी दूरी 45 किलोमीटर, मलिहाबाद रेलवे स्टेशन से 15 किलोमीटर और लखनऊ जंक्शन से 40 किलोमीटर है। नेशनल हाईवे (लखनऊ–हरदोई–दिल्ली) केवल 15 किलोमीटर और आउटर रिंग रोड 20 किलोमीटर की दूरी पर है। इस बेहतर कनेक्टिविटी ने निवेशकों में उत्साह और विश्वास बढ़ाया है।