लखनऊ। राजधानी लखनऊ में शनिवार को डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान का पांचवा स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया। समारोह इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, स्वास्थ्य राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह और स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा उपस्थित रहे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्कृष्ट सेवा देने वाले डॉक्टरों को सम्मानित किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि डॉक्टरों का व्यवहार मरीजों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है और उन्हें विशेष रूप से गरीब परिवारों के प्रति संवेदनशील होना चाहिए। उन्होंने अस्पतालों में मरीजों के लिए स्ट्रेचर की उपलब्धता सुनिश्चित करने और वार्ड बॉय द्वारा उनकी सहायता किए जाने पर जोर दिया।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि यदि किसी गरीब परिवार का कोई सदस्य मृत्यु को प्राप्त हो जाए, तो संस्थान के वाहन से शव को उसके घर तक पहुंचाया जाना चाहिए। यदि संस्थान के पास वाहन नहीं है, तो इसे खरीदने की व्यवस्था की जानी चाहिए। उन्होंने निजी एंबुलेंस द्वारा मरीजों के निजी अस्पतालों में ले जाने और पेशेवर रक्त दाताओं द्वारा स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ पर रोक लगाने की आवश्यकता भी बताई।
सीएम ने आगे कहा कि सोशल मीडिया की उपेक्षा विकास में बाधा डाल सकती है और पड़ोसी देशों के उदाहरणों से हमें सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सेवा पखवाड़े के दौरान पीएचसी और सीएचसी में आरोग्य मेले आयोजित किए जाएंगे, जिनमें आरएमएल संस्थान को भी भाग लेना चाहिए। उन्होंने घुमंतू समुदायों में स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने पर भी जोर दिया।
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि संस्थान के विस्तार के लिए भूमि उपलब्ध होने पर विस्तार कार्य जल्द शुरू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह जमीन संस्थान के पास ही उपलब्ध है और दूरदर्शन के माध्यम से इसके लिए बातचीत चल रही है।