मेरठ। एलएलएम पाठ्यक्रम में सीटों की कटौती को लेकर सेल्फ फाइनेंस डिग्री कॉलेज वेलफेयर एसोसिएशन ने कड़ा ऐतराज जताया है। एसोसिएशन ने चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला को पत्र भेजकर आपत्ति दर्ज कराई है और कहा है कि इस निर्णय से छात्र-हित प्रभावित हो रहा है।
एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. नवाब सिंह ने बताया कि वर्ष 2024 की तुलना में वर्ष 2025 में जहां एक ओर आवेदन और फीस में वृद्धि हुई है, वहीं सीटों की संख्या आधे से भी कम कर दी गई है। आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2024 में जहां 3171 आवेदन प्राप्त हुए थे, वहीं 2025 में यह संख्या बढ़कर 3641 हो गई। इसी तरह आवेदन शुल्क 500 रुपये से बढ़ाकर 700 रुपये कर दिया गया। इसके बावजूद, एलएलएम की कुल सीटें 1640 से घटाकर 740 कर दी गईं।
डॉ. नवाब सिंह ने इसे विवि की नीतिगत त्रुटि बताया और कहा कि जहां आवेदन में लगभग 15% और फीस में 40% की वृद्धि की गई, वहीं सीटों में 55% तक की कटौती कर दी गई है। उन्होंने मांग की कि दाखिले 2024 के सीट निर्धारण के आधार पर ही किए जाएं, जिससे ज्यादा छात्रों को उच्च शिक्षा का अवसर मिल सके।
बीटेक और बीएड के रुके परिणाम घोषित
सीसीएस विश्वविद्यालय ने बीटेक (इलेक्ट्रॉनिक्स, आईटी, मैकेनिकल, ईआई) चतुर्थ सेमेस्टर, एयूसीए द्वितीय सेमेस्टर, एमटेक (सीएस, ईसी) द्वितीय सेमेस्टर और बीएड अंतिम वर्ष के कुछ कॉलेजों के रुके हुए परीक्षा परिणाम जारी कर दिए हैं। छात्र विवि की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपना परिणाम देख सकते हैं।
समर्थ पोर्टल पर अपलोड नहीं हुआ पूरा डाटा
वहीं, विश्वविद्यालय परिसर और संबद्ध कॉलेजों में स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए पंजीकरण प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है, लेकिन समर्थ पोर्टल पर अब तक छात्रों का पूरा डाटा अपलोड नहीं हो पाया है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने कॉलेजों को फिलहाल छात्र डाटा डाउनलोड न करने की सलाह दी है। प्रवेश समन्वयक भूपेंद्र सिंह राणा ने बताया कि जैसे ही डाटा पूर्ण रूप से पोर्टल पर उपलब्ध होगा, प्रवेश के संबंध में आवश्यक निर्देश कॉलेजों को भेज दिए जाएंगे।