देवरिया। इंडस्ट्रियल एस्टेट के प्लॉट खरीद-बिक्री में धोखाधड़ी के आरोपों में बंद पूर्व आईजी अमिताभ ठाकुर की स्वास्थ्य स्थिति शुक्रवार को अचानक खराब हो गई। जेल सूत्रों के अनुसार उन्हें सिर में दर्द और आंखों में सूजन की शिकायत हुई, जिससे उनकी बेचैनी बढ़ गई।
जेल में तैनात मेडिकल टीम ने उनकी जांच कराई। आंख के सर्जन डॉ. इकबाल ने उनका परीक्षण किया और दवा देने के साथ चश्मा लगाने की सलाह दी। सूत्रों ने बताया कि पूर्व आईजी तीसरे दिन भी सामान्य बंदियों की तरह ही अपनी सामान्य गतिविधियों में शामिल रहे, लेकिन बेचैन दिखाई दिए।
मिली जानकारी के अनुसार, बृहस्पतिवार की रात अमिताभ ठाकुर बार-बार कमरे में टहलते रहे और चश्मा टूटने के कारण देखने और पढ़ने में दिक्कत का सामना कर रहे थे। तीन दिन पहले मेडिकल जांच के बाद उन्हें देवरिया जिला कारागार भेजा गया था। उनकी आंख में सूजन और सिर में दर्द ठंड और चश्मे की अनुपस्थिति के कारण हुआ। शुगर और बीपी सामान्य पाए गए।
अमिताभ ठाकुर को धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तार किया गया है। वे आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं। बुधवार तड़के लखनऊ पुलिस ने उन्हें सीतापुर-महोली बॉर्डर से गिरफ्तार किया और दोपहर में देवरिया कोर्ट में पेश कर 13 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया।
अमिताभ ठाकुर पर आरोप है कि 1999 में उनकी पत्नी नूतन ठाकुर के नाम पर औद्योगिक क्षेत्र में प्लॉट अलॉट कराया गया, जिसमें नामों में फेरबदल किया गया और 2003 में इसे शराब कारोबारी को बेच दिया गया। इस मामले में धोखाधड़ी, जालसाजी और साजिश का आरोप लगाया गया है।
पूर्व आईजी ने कोर्ट में आठ पृष्ठों का अपना पक्ष रखते हुए जानबूझकर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। इस मामले की अगली सुनवाई 23 दिसंबर को होगी। अमिताभ ठाकुर की पत्नी नूतन ठाकुर भी आरोपी हैं।