गाजियाबाद में एक राष्ट्रीय स्तर की महिला पहलवान पारिवारिक विवाद के चलते न्याय की गुहार लेकर जिला कलेक्ट्रेट के सामने धरने पर बैठ गई। पहलवान राखी का आरोप है कि उसके पति ने बिना जानकारी दिए तलाक की अर्जी दाखिल कर दी, जिससे वह अब न्याय की मांग कर रही है।
लव मैरिज के बाद बढ़े विवाद
जानकारी के अनुसार, राखी ने भुवनेश शर्मा नामक युवक से प्रेम विवाह किया था। भुवनेश मुंबई की एक निजी कंपनी में कार्यरत है। जुलाई 2024 में घरवालों की रज़ामंदी से दोनों का विवाह रीति-रिवाज के अनुसार हुआ। शुरुआत में सबकुछ सामान्य रहा, लेकिन कुछ ही दिनों बाद पति-पत्नी और ससुराल पक्ष में विवाद बढ़ गया। राखी का कहना है कि ससुरालवालों ने उसे अकेला छोड़ दिया और अब उसके पति ने अदालत में तलाक की याचिका दाखिल कर दी है।
महिला आयोग और प्रशासन सक्रिय
धरने की जानकारी मिलने पर महिला आयोग की सदस्य डॉ. हिमानी अग्रवाल मंगलवार को राखी से मिलीं और भरोसा दिलाया कि आयोग मामले की गंभीरता से जांच करेगा। वहीं, जिला प्रशासन की ओर से भी कहा गया कि दोनों पक्षों को आमने-सामने बैठाकर विवाद सुलझाने का प्रयास किया जाएगा। धरने में राखी के माता-पिता और कुछ सामाजिक कार्यकर्ता भी उसका साथ दे रहे हैं।
न्याय मिलने तक जारी रहेगा धरना
राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर 12 पदक जीत चुकी पहलवान राखी ने स्पष्ट किया है कि जब तक उसे न्याय नहीं मिलता, वह कलेक्ट्रेट के बाहर अपना धरना समाप्त नहीं करेगी।